लोकेश प्रधान, बरमकेला. परिजन हमेशा अपने बच्चों को पढ़ने के लिए स्कूल भेजते है, लेकिन अब परिजन बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे और स्कूल का बहिष्कार कर रहे हैं. दरअसल बरमकेला ब्लॉक के डूमरसिंहा शासकीय प्राथमिक स्कूल में शिक्षकों की कमी के वजह से बच्चों के परिजन काफी आक्रोशित है. इसी कारण पिछले 15 दिनों से अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे है. और महिला शिक्षक का ट्रांसफर और नए टीचर की नियुक्ति करने की मांग कर रहे हैं. लेकिन प्रशासन समस्या को गंभीरता से नहीं ले रही है. ऐसे में बच्चों का भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है.

परिजनों का कहना है कि स्कूल में छात्र-छात्राओं की संख्या 17 है. यहां प्रधान पाठक समेत 2 शिक्षकों की पदस्थापना है. जिसमें प्रधान पाठक हमेशा विभागीय कार्यो में व्यस्त रहते हैं. वहीं महिला शिक्षक पर परिजनों का आरोप है कि रोजाना स्कूल नहीं आती और आने पर भी ठीक से नहीं पढ़ाती है. इस कारण बच्चों की पढ़ाई लिखाई में रुचि नहीं रहती है. इससे आक्रोशित परिजन महिला शिक्षिका की मांग कर रहे हैं.

इनका ये भी कहना है कि जब तक प्रशासन महिला शिक्षिका की ट्रांसफर और नए टीचर की पदस्थापना नहीं करेगी तब तक अपने-अपने बच्चों को इस प्राथमिक स्कूल में पढ़ने के लिए नहीं भेजेंगे. यह समस्या पिछले पांच साल से बनी है. गांव वालों का कहना है कि जिला कलेक्टर से भी इसकी सिकायत की गई है. साथ ही बरमकेल बीईओ को भी तीन बार इसकी लिखित शिकायत की गई है, पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इसलिए गांव वालों ने अपनी मांग पूरी करने के लिए बच्चों को स्कूल नहीं भेजने की ठान ली है. अब देखना ये होगा कि आखिरकार कब तक प्रशासन इनकी मांगों को पूरा करती है. जिससे बच्चों का भविष्य अंधकार में जाने से बच सके.