पुरषोत्तम पात्र देवभोग– सर्व यादव समाज के प्रांताध्यक्ष व गौ सेवा आयोग के पूर्व सदस्य रमेश यदु ने कहा कि सामाजिक भावनाओं को आहत करना भाजपा सरकार को महंगा पड़ गया. समय रहते सुधार नहीं किया तो लोकसभा में भी उठाना नुकसान पड़ेगा. रमेश यदु आज ओडिशा में हो रहे यादव सम्मेलन में शामिल होने आए थे, स्थानीय विश्राम गृह में पत्रकारों से चर्चा के दरम्यान यदु ने अपने ही भाजपा सरकार पर जम कर हमला करते नजर आए. यदु ने कहा कि 2008 से हम बहिष्कार अधिनियम में सुधार, वनांचल में भूमि अधिग्रहण नियम हो या फिर भूमि पट्टा वितरण या फिर चरवाहे को मानदेय की मांग को लगातार रखते आ रहे थे. सामाजिक सरंचना को मजबूत करने वाले इस एक भी मांग को रमन सरकार ने पूरी नहीं किया.

यदु ने आरोप लगाया कि रमन सरकार के कार्यकाल में वर्ग वाद हावी हो रहा था. यहां आरक्षण वर्ग को दरकिनार कर लगातार उनके भावना के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था. उद्योग, पूंजीवादी या कारोबारियों को बढ़ावा दिया जा रहा था, इसका खामियाजा भाजपा सरकार को भुगतना पड़ा. यदु ने ये भी कहा कि भाजपा की 4 या 5 सीट आती, लेकिन जोगी की पार्टी व कुछ सीट पर गोड़वाना हावी होकर कांग्रेस का वोट काट दिया.

छत्तीसगढ़ियों की सरकार

भाजपा सरकार में आयोग के सदस्य रहे रमेश यदु नीतियों से इतने आहत थे कि वे अब की सरकार को असली छत्तीसगढ़ियों की सरकार बताने भी नहीं चुके. उन्होंने कहा कि भूपेश व उनके मंत्रिमंडल को देख कर लगता है कि, अब असली छतीसगढ़ीयों की सरकार बनी है. जिन्होंने प्रदेश के चार चिन्हारी नरूवा,घुरूवा बारी के उत्थान का बीड़ा उठाया है. भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ियों का दिल जीत लिया है. यदु ने कहा कि इससे सब प्रदेश में श्वेत क्रांति को बढ़ावा मिलेगी. चरवाहों को मानदेय मिलने लगा है. जैविक खाद को बढ़ावा दिया जा रहा है, उससे फसलों के उत्पादन में बढ़ावा के अलावा सेहत व पर्यावरण पर भी बेहतर प्रभाव दिखेगा.