सत्यपाल राजपूत, रायपुर। प्रदेश की 50 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर लग गया है. क्योंकि 12 अगस्त तक बोर्ड की परीक्षा आयोजित हैं और 31 जुलाई तक कॉलेजों में प्रवेश के लिए अंतिम तिथि निर्धारित है. ऐसे में बोर्ड परीक्षा देकर पास हुए विद्यार्थियों का एक साल खराब होने होगा.
दरअसल राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत माध्यमिक शिक्षा मंडल इस वर्ष से साल में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करेगा. इस वर्ष से पूरक परीक्षा का आयोजन नहीं किया जाएगा बल्कि अब द्वितीय मुख्य अवसर बोर्ड परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. इसके लिए टाइम टेबल भी जारी कर दिया गया है. 12 अगस्त तक बोर्ड परीक्षा आयोजित हैं.
नहीं ली जाएगी पूरक परीक्षा
इससे पहले तक पूरक परीक्षा आयोजित की जाती थी लेकिन अब बोर्ड परीक्षा के आयोजन में ही श्रेणी सुधार, पूरक, फेल हुए विद्यार्थियों को परीक्षा देनी होगा. इसके लिए टाइम टेबल भी जारी कर दिया गया है. 12वीं बोर्ड परीक्षा में 81,000 आवेदन आए हैं.
माध्यमिक शिक्षा मंडल की सचिव पुष्पा साहू ने बताया कि साल में दो बार बोर्ड परीक्षा ली जाएगी. बोर्ड परीक्षा के लिए टाइम टेबल जारी कर दिया गया है. 12 अगस्त को अंतिम पेपर है. पहले बोर्ड परीक्षा में पूरक आए विद्यार्थी, फेल हुए, श्रेणी सुधार करने वाले विद्यार्थी इस बोर्ड परीक्षा में परीक्षा देने के लिए पात्र हैं.
शिक्षा मंत्री ने की थी घोषणा
बृजमोहन अग्रवाल जब शिक्षा मंत्री थे तो उन्होंने साल में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित किए जाने की घोषणा की थी. इस घोषणा को अमली जामा पहनाने के लिए आनन फानन में आधी अधूरी तैयारी के बीच लागू कर दिया गया है. इसका खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ेगा.
प्रवेश के लिए तिथि बढ़ा कर बचाया जा सकता है एक साल
स्कूल शिक्षा विभाग और उच्च शिक्षा विभाग आपसी सामंजस्य स्थापित कर अगर कॉलेजों में प्रवेश तिथि बढ़ाते हैं या फिर इनके लिए कुछ विशेष प्रावधान किया जाता है तो इन 50 हजार विद्यार्थियों का एक साल खराब होने से बचाया जा सकता है.
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