रायपुर. हिदायतुल्ला लॉ विश्वविद्यालय में पढ़ने वाली लॉ की छात्राओं ने विश्वविद्यालय की गुलामी से अाजादी की मांग की है, गुलामी से अाजादी इसलिए क्योंकि उन्हें एक समय के बाद कॉलेज के हॉस्टल में कैद कर दिया जाता है. रातभर धरने के बाद अाज छात्राएं कुलसचिव के दफ्तर के सामने ही धरने पर डटी हुई है.

छात्राओं की मांग है कि उन्हें तय समय के बाद उन्हें विश्वविद्यालय से बाहर जाने की अनुमति नहीं चाहिए, लेकिन उन्हें कैद न कर दिया जाए. छात्राओं का कहना है कि उन्हें रात 9 बजे के बाद हॉस्टल में कैद कर दिया जाता है. वे न तो मेस जा पाती है और न ही लाइब्रेरी. इस अलावा भी कई मांगों को लेकर छात्राओं रात से ही धरने पर चली गई. छात्राओं ने इसके लिए वो समय चुना जब हाईकोर्ट ने विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ फैसला सुनाया.

जबकि छात्राओं की यह मांग लगभग 1 साल पुरानी है. छात्राओं की मांग है उन्हें हॉस्टल कैंपस में ही कम से कम बाहर आने दिया जाए. उनका कहना है वो यूनिवर्सिटी कैंपस के बाहर नहीं आना या जाना नहीं चाहती. स्टूडेंट्स के मुताबिक प्रबंधन ने कहा है कि चूंकि अब कोई वाइस चांसलर नहीं हैं इसलिए फैसला लेना उनकी अथॉरिटी में नहीं जब वाइस चांसलर आएंगे तो बात की जाएगी.

छात्राओं के हड़ताल में जाते ही देर रात विश्वविद्यालय के छात्र भी उनके समर्थन में उतर गए. छात्रों ने कहा छात्राओं की मांगे जायज है. पूरे रात भर चले पिंजरा तोड़ प्रदर्शन के बाद सुबह छात्राओं ने विश्वविद्यालय परिसर में ही पैदल मार्च निकालकर प्रदर्शन किया और अाज छुट्टी भी घोषित कर दी गई है. छात्राओं ने विश्वविद्यालय प्रबंधन  को अपनी विभिन्न मांगों को जल्द से जल्द पूरी करने के लिए 10 दिनों का समय दिया है.