भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने कल इंस्टाग्राम पर अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा की एक फोटो पोस्ट की और लिखा कि अनुष्का ही उनकी असली ताकत हैं. विराट ने लिखा कि अनुष्का उन्हें सारी बाधाओं के बावजूद आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं. अनुष्का ने उन्हें अंदर से बदल दिया है और सच्चे प्यार की शक्ति का एहसास कराया है. विराट का यह पोस्ट पढ़ अनुष्का कितनी खुश हुई होगी. अनुष्का के मायके के लोग कितने खुश हुए होंगे, पर सवाल यह है कि हर पति–पत्नी को यह खुशी क्यों नहीं मिल पाती. ऐसा क्यों होता है कि कई पति–पत्नी बस एक–दूसरे को झेलते हुए वैसे जिंदगी गुजारते रहते हैं, जैसे उम्र कैद की सजा काट रहे हो और इस जेल से बाहर निकलने का कोई रास्ता न हो.

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रायपुर. शादी क्यों कई बार उम्रकैद की सजा जैसी बन जाती है. जिंदगी में कोई रस नहीं रहता. भगवान कृष्ण और भगवान बुद्ध के उन प्रवचनों के मुताबिक पतियों को यह बताया गया था कि वे कैसे अपनी पत्नी को खुश रख सकते हैं और जीवन में प्रेम बढ़ा सकते हैं. आज हम भगवान कृष्ण और भगवान बुद्ध के उन प्रवचनों को लेकर आए हैं, जो पत्नियों के लिए हैं. पत्नियां अगर इन बातों का ध्यान रखेंगी, तो उनके पति भी विराट कोहली की तरह पूरी दुनिया को बताएंगे कि मेरी पत्नी से अच्छी शायद ही इस दुनिया में कोई और हो. इससे परिवार में प्रेम बढ़ेगा. दोनों का जीवन सुखमय रहेगा.

पति को न बना दें शिकायत पेटी

पति घर आया. उसे जोरों की भूख लगी है. पत्नी ने खाना लगाया. पति आराम से खाने लगा. तभी पत्नी भी पास आकर बैठ गई और शुरू हो गई. एक के बाद एक शिकायतें. परेशानी. घर के दूसरे लोग कैसे उसके साथ बुरा व्यवहार करते हैं. पड़ोसी भी अच्छे नहीं हैं. बिजली भी बहुत जाती है. मच्छर भी बहुत है. गर्मी भी बहुत है. बेचारा पति क्या करेगा. कई पत्नियां ऐसा करती हैं. यह बहुत छोटी सी बात है, पर इस छोटी सी बात से घर का माहौल खराब होता है.

यूरोप के एक लेखक ने लिखा है कि पति और पत्नी के बीच तभी झगड़ा नहीं होगा, जब पति अंधा और पत्नी गूंगी, क्योंकि गूंगी पत्नी शिकायत नहीं करेगी और अंधा पति पत्नी में कमियां नहीं देखेगा, पर ऐसा नहीं है. अगर पत्नी पति को शिकायत पेटी न बनाए. समझदारी से काम लें, तो इस छोटी सी बात का ध्यान रख परिवार में प्रेम बढ़ सकता है.

पति की प्रशंसा करें

रिंकी के पति कितने अच्छे हैं. लवली के पति कितने अच्छे हैं. मीता के पति के पास तो चार–चार गाड़ियां हैं. मेरी सहेली की अभी–अभी शादी हुई. क्या ससुराल है उसका. मेरी ही किस्मत फूटी थी. कई पत्नियां यही रोना लेकर बैठी रहती हैं. हो सकता है पत्नी मजाक में या पति को चिढ़ाने के लिए ही ऐसा कह रही हों, पर इससे पति के हृदय को बहुत ठेस पहुंचती है. वह बेचारा जो भी कर सकता है, आपके लिए करता है. अपने पति की प्रशंसा करना सीखिए. ध्यान से देखिए. उनमें बहुत खूबियां हैं. आपको दिख नहीं रहीं. उन्हें देखिए. महसूस कीजिए और प्रशंसा भी कीजिए. सच्ची प्रशंसा करना बहुत जरूरी है. यह चापलूसी नहीं है.

अच्छी नहीं है ज्यादा बचत

आप कितनी भी शिकायत कर लें. यह नहीं हो सकता कि अगले दिन से आपकी आमदनी पांच गुणी हो जाएगी. भगवान बुद्ध ने इस पर विशेष जोर दिया है. उन्होंने कहा है कि पत्नी को घर ऐसे मैनेज करना चाहिए कि जितनी पति की आमदनी है, उसमें सब बेहतर तरीके से मैनेज हो जाएं. हद से ज्यादा खर्च या हद से ज्यादा बचत दोनों ही अच्छी नहीं है. कुछ पत्नियां बहुत ज्यादा खर्च कर देती हैं, तो अधिकांश को बचत की बीमारी होती है. वे इसी में लगी रहती हैं कि कैसे बचत हो जाए.

इस चक्कर में पत्नियां कई बार पति से झूठ बोलती हैं. कई बार पैसे होते हुए भी पति को पैसे देने से मना कर देती हैं. कई बार वैसी जगहों पर पैसे बचा लेती हैं, जहां खर्च करना जरूरी है. पत्नियों को यह बात समझनी चाहिए कि वे बचत किसके लिए कर रही हैं. परिवार के लिए ही ना, तो फिर कहीं ऐसा न हो जाए कि बचत करने के चक्कर में परिवार के लिए अपमानजनक स्थिति बन जाए या पति को परेशानी का सामना करना पड़ा.

घर में भी अच्छे से तैयार रहें

भगवान बुद्ध कहते हैं कि इस दुनिया में ऐसी कोई चीज नहीं है, जो किसी पुरुष के मन को स्त्री से ज्यादा लुभाने की शक्ति रखती हो. उसी तरह ऐसी भी कोई चीज नहीं बनी है, जो स्त्री को उसके प्रियतम से ज्यादा लुभाए. यह आकर्षण प्राकृतिक है. कई पत्नियों की आदत होती है कि वे बाहर तो खूब सज–संवर कर जाती है, पर घर में जैसे–तैसे रहती हैं. घर में भी अच्छे से तैयार रहें और जब पति घर आए, तो उसका स्वागत करें.

पति में कमी है, तो सुधारें, 24 घंटे न दें प्रवचन

पति या पत्नी दोनों में से कोई एक या दोनों का व्यवहार अगर बुरा है. आदतें बुरी हैं, तो घर 24 घंटे के जेल में बदल जाएगा. नरक में बदल जाएगा और अगर दोनों का व्यवहार अच्छा है, तो उस घर से अच्छा स्वर्ग भी नहीं है. पत्नी में सचमुच यह शक्ति होती है कि वह पति के अवगुणों को दूर कर दे. पति को बदल कर रख दे. कमियों वाले पति को भी एक बेहतर इंसान में बदल देना एक काबिल पत्नी के लिए असंभव नहीं है. बस प्यार, धैर्य, प्रशंसा और आत्मविश्वास की जरूरत है. और हां, सिर्फ 24 घंटे प्रवचन देने से पति में बदलाव नहीं होगा. वह और चिड़िचिड़ा हो जाएगा. पत्नी को चाहिए कि जो गुण वह पति में देखना चाहती है, वह खुद उसका उदाहरण बनकर दिखाए.

जहर है शक, पढ़ें, यह कहानी

एक पति घर पहुंचा, तो पत्नी को उसके शर्ट पर किसी औरत के बड़े–बड़े काले बाल मिले. शर्ट पर किसी औरत के बाल देखते ही पत्नी ने पति से झगड़ा शुरू कर दिया. पति सफाई देता रहा कि उसे कुछ नहीं पता कि यह बाल उसकी शर्ट पर कैसे आया. दूसरे दिन पति ने सोचा कि अगर आज फिर कहीं से उसकी शर्ट पर किसी औरत के काले बाल दिख गए, तो उसकी पत्नी फिर उससे झगड़ा करेगी, इसलिए उसने ऑफिस में अपनी जगह बदलवा ली और एक सफेद बालों वाली महिला के पास बैठ गया. वह खुशी–खुशी घर पहुंचा कि आज तो लड़ाई का कोई चांस नहीं है, पर पत्नी ने घर पहुंचने के बाद जब शर्ट देखा, तो फिर पति पर चिल्लाने लगी.

पति ने पूछा कि अब क्या हुआ, तो पत्नी ने कहा कि मैं जान चुकी हूं कि तुम्हारा अफेयर किसी उम्रदराज महिला के साथ चल रहा है. यह देखो, तुम्हारे शर्ट पर किसी महिला के पके हुए बाल हैं. पति परेशान. दूसरे दिन घर आने से पहले उसने अपने शर्ट को अच्छी तरह झाड़ लिया ताकि उसकी पत्नी को काले या उजले कोई बाल न मिले. वह खुशी–खुशी घर पहुंचा, पर पत्नी शर्ट देखकर फिर झगड़ा करने लगी. पत्नी कहने लगे कि मैं समझ गई हूं कि तुम्हारा अब किसी टकली (बिना बालों वाली) महिला के साथ अफेयर चल रहा है. कई पत्नियां ऐसा ही करती हैं. वे बिना मतलब पति पर शक करती हैं और इससे घर का माहौल बुरी तरह खराब हो जाता है. पति–पत्नी को एक–दूसरे पर भरोसा रखना ही चाहिए. भरोसे से ही रिश्ता चलेगा.

सिर्फ पति से प्यार करना काफी नहीं, उनके रिश्तेदारों को भी सम्मान दें

कई महिलाएं अपने पति से तो बहुत प्यार करती हैं. पति का तो बहुत ख्याल रखती हैं, पर पति के माता–पिता, भाई–बहन और दूसरे रिश्तेदारों को सम्मान नहीं देतीं. उनसे अच्छी तरह पेश नहीं आती. एक बहुत खतरनाक है. पत्नी का यह व्यवहार पति को बहुत दुखी करता है. पति तभी खुश रहेगा, जब पत्नी उसके परिजनों को सम्मान देगी.