रोहित कश्यप,मुंगेली। जिले में एक बार फिर लल्लूराम डॉट कॉम की ख़बर का बड़ा असर देखने को मिला है. जिला अस्पताल में सिविल सर्जन के सामने कर्मचारी द्वारा रिश्वत लेने मामले को कलेक्टर ने गंभीरता से लेते हुए न सिर्फ मामले में जांच बैठाई, बल्कि सिविल सर्जन को चार्ज से ही हटा दिया है.

दरअसल लल्लूराम डॉट कॉम ने गुरुवार को एक ख़बर प्रमुखता से प्रकाशित किया था. जिसमें ये बताया गया था कि दशहरे के दिन एक्सिडेंट में जिले के नेवासपुर निवासी संतराम की मौत हो जाने पर बुधवार को उनके बॉडी का अस्पताल में डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम किया. इस बीच अस्पताल के ही कर्मचारी गोपाल ने मृतक के परिजनों से 1500 रुपये रिश्वत की मांग की गई. जिसकी शिकायत करने मृतक के परिजन जब अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ भू आर्य के समक्ष पहुंचे तब उनके सामने में ही रिश्वत मांगने वाले कर्मचारी ने 500 रुपये रिश्वत मृतक के परिजन से लिया और शराब सेवन के लिए अलग से पैसे की मांग की थी.

VIDEO: शर्मनाक! शव का पोस्ट मार्टम करने के बाद कर्मचारी ने ली 500 रुपए रिश्वत, डॉक्टर बैठकर देखते रहे तमाशा

इस पूरे लेनदेन का वीडियो भी परिजनों की ओर से जारी किया गया जिसके बाद लल्लूराम डॉट कॉम ने इस ख़बर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग से लेकर जिला प्रशासन में हड़कम्प मच गया. वही कलेक्टर ने मामले में कार्यवाही की पहली गाज गिराते हुए अस्पताल के सिविल सर्जन से चार्ज वापस लेते हुए यह चार्ज डॉ कमलेश खैरवार को दे दी है.

मुंगेली कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में कहा है कि मामले की जांच एसडीएम द्वारा कराई जा रही है. फिलहाल जांच प्रतिवेदन प्राप्त नहीं हुए है. प्रतिवेदन मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई की दिशा तय की जाएगी.

बहरहाल इस पूरे प्रकरण को लेकर लोगों में ये चर्चा का विषय है कि प्रशासन द्वारा आखिर रिश्वत लेने वाले कर्मचारी पर किस तरह की कार्रवाई की जाएगी.