रायपुर। लल्लूराम की पहल पर पब्लिक इशू सोशल फाउंडेशन के चैयरमेन नितिन भंसाली ने जेबा की पढ़ाई का पूरा खर्चा अपनी संस्था के माध्यम से वहन करने की घोषणा की है. इसके साथ ही भंसाली ने कहा है कि फाउंडेशन जेबा की माँ के अधिकारो के लिए उनके पति के खिलाफ महिला आयोग एवं पुलिस मे शिकायत कर उनके हक की लड़ाई में साथ देगा.

 

नितिन भंसाली ने कहा है कि जेबा की पढ़ाई में जो भी जरुरत है जो उसे मिल नहीं पा रही है फाउंडेशन उन सभी जरुरतों को पूरा करेगी. जिनमें किताबें, बैग, यूनिफार्म इत्यादि दिए शामिल है. इसके अलावा वे जेबा के घर जाकर इस बात को भी देखेंगे कि उस परिवार को और किन-किन चीजों की जरुरत है.

दरअसल जेबा 11 वर्ष की उस मासूम का नाम है जिसके छोटे से कंधों पर अपने परिवार के पालन-पोषण का बड़ा बोझ है. जेबा के परिवार में उसकी मां और भाई-बहन सहित 9 सदस्य हैं. सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली जेबा स्कूल से लौटने के बाद दूसरे बच्चों की तरह न खेलती है और न ही सोती है. वह समोसा बनाकर, उसे एक पेटी में भरकर निकल जाती है सड़कों पर.. जब तक उसके समोसे बिक नहीं जाते तब तक उसके नन्हे कदम थकते नहीं है.

समोसा बेचने के बाद जो पैसे मिलते हैं वो उन पैसों को अपनी मां के हाथों में सौंप देती है. जिससे घर के राशन सहित परिवार की सभी जरुरतों की पूर्ति होती है. जेबा उन बच्चों में शुमार है जिनका बचपन उनकी जरुरतों और परिवार की जिम्मेदारी के बोझ के नीचे दब जाते हैं. लल्लूराम डॉट कॉम की खबर के बाद पब्लिक इशू सोशल फाउंडेशन उसकी मदद के लिए अपना हाथ बढ़ाया है. आप भी जेबा और उसके परिवार की खुशियों के भागीदार बन सकते हैं.

मासूम जेबा उन सभी लोगों के लिए एक मिसाल, एक प्रेरणा है जो परिस्थितियों के आगे घुटने टेक देते हैं.