पुरुषोत्तम पात्रा,गरियाबंद। गरियाबंद में एक बार फिर लल्लूराम डॉट कॉम की खबर का असर देखने को मिला है. मामला प्रकाश में आने के बाद एक जॉच दल गॉव पहुंचा. शुरूआती जांच मेें पता चला कि सरपंच ने नियम विरुद्ध तरीके से पीड़ित परिवार के नाम पर बैंक से पैसे निकाल लिऐ थे साथ ही मामले में बैंक की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में है. जांच के बाद जनपद सीईओ ने आगे की कार्रवाई के लिए पूरे मामले की रिपोर्ट जिला पंचायत सीईओ को भेज दी है. वहीं सरपंच ने भी बड़ी कार्रवाई से बचने के लिए तत्काल पीएम आवास निर्माण काम शुरु कर दिया है।

आपको बता दे कि कुछ दिन पूर्व लल्लूराम डॉट कॉम में’कर्ज लेकर पीएम आवास बनाने में जुटा गरीब परिवार’ के नाम से एक खबर रिलीज़ की थी. जिसमें बताया गया था कि किस प्रकार से वहा की सरपंच संतारा बाई ने गोहेकेला निवासी लिखते बाई को धोखा देते हुए पीएम आवास के लिए मिलने वाली 48 हजार रूपये की पहली किस्त को बैंक से निकाल ली थी. जिसका पता जनपद सीईओ के एक पत्र से चला. पत्र में सीईओ ने पीएम आवास के लिए राशि जारी होने के दो महीने बाद भी निर्माण का कार्य शुरू न किये जाने पर लिखते बाई को चेतावनी दी गई थी. पत्र में कहा गया था कि जल्द आवास का काम शुरू नहीं किया गया तो उनका पीएम आवास रद्द कर दिया जायेगा. इस पत्र के मिलने के बाद लिखते बाई का परिवार सकते में आ गया और ऊधारी लेकर आवास बनाने का काम शुरु कर दिया.

लिखते बाई की इस पीड़ा को लल्लूराम डॉट कॉम ने प्रशासन तक पहुंचाया जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और लिखते बाई को इंसाफ मिल सका.