लखनऊ. उत्तरप्रदेश के कुख्यात डॉन मुन्ना बजरंगी (मूल नाम प्रेम प्रकाश सिंह) की बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गयी. उसे रविवार रात ही झांसी जेल से बागपत जेल में ट्रांसफर किया गया था और सोमवार को बागपत में रेलवे से जुड़े एक मामले में उसकी कोर्ट पेशी होनी थी. रविवार रात नौ बजे उसे बागपत जेल लाया गया था.मिली जानकारी के अनुसार मुन्ना को 10 गोली मारी गयी.
जेलर व डिप्टी जेलर को सस्पेंड
वही घटना के बाद उत्तरप्रदेश सरकार ने बागपत जेल के जेलर व डिप्टी जेलर को सस्पेंड कर दिया है.
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा: योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इस मामले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी को जांच के निर्देश दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में निलंबन के भी आदेश दिये गये हैं. सरकार इस मामले में गंभीर है.
दूसरे डॉन सुनील राठी लग रहा हत्या का आरोप
बता दें कि जिस दूसरे डॉन सुनील राठी पर मुन्ना बजरंगी की हत्या का आरोप लग रहा है, वह बागपत जेल में उसी बैरक में था, जिसमें कल रात मुन्ना बजरंगी को रखा गया था. उसे रूड़की से लाया गया था. सूत्रों के अनुसार, जेल में हथियार पहले ही पहुंच गये थे. इससे यह सवाल उठ रहा है कि क्या मुन्ना बजरंगी की हत्या की पूरी स्क्रिप्ट लिखी गयी थी? सुनील राठी बागपत का ही रहने वाला है. उसकी मां पिछली बार विधानसभा चुनाव लड़ी थीं.
उच्च प्रशासनिक महकमे में मचा हड़कंप
मुन्ना बजरंगी की हत्या से लखनऊ के उच्च प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है. उसकी पत्नी ने पहले ही हत्या की आशंका जाहिर की थी. ऐसे में जेल के अंदर उसकी हत्या किये जाने से हर कोई सकते में है. उसकी हत्या के पीछे पश्चिम उत्तरप्रदेश में सक्रिय सुनील राठी गिरोह का हाथ बताया जा रहा है.
पत्नी ने पहले ही जाहिर की थी हत्या की आशंका
मुन्ना बजरंगी की गिनती पूर्वी उत्तरप्रदेश सहित पूरे राज्य के कुख्यात अपराधी के रूप में होती थी. कई बड़ी आपराधिक घटनाओं में उसका नाम आया था. उसकी पत्नी सीमा सिंह ने पिछले महीने एक प्रेस कान्फ्रेंस कर अपने पति की जान पर खतरा की आशंका जतायी थी. सीमा सिंह ने उस समय कहा था कि यह साजिश की जा रही है कि किसी तरह उनका इनकाउंटर कर दिया जाये. उन्होंने इसके पीछे कुछ सफेदपोश नेताओं के निजी स्वार्थ को कारण बताया था.