रायपुर. मिजेल्स एवं रुबेला टीकाकरण के बारे में जानकारी देने के लिए शनिवार को प्रशिक्षणात्मक कार्यक्रम किया गया. राजधानी के डीपीएस स्कूल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संचालक डा सर्वेश्वर नरेंन्द्र भूरे एव उनकी पत्नी रश्मि भूरे ने अपने बच्चों को टीकाकरण कराया. राज्य में इस बीमारी से निपटने के लिए प्रशासनिक स्तर से जगह-जगह कैंप लगाकर किया गया. मिजेल्स एवं रुबेला बीमारी से बचने के लिए टीकाकरण करवाने की अपील किए है.
प्रदेश में 50 लाख बच्चों को किया सुरक्षित
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संचालक ने जानकारी देते हुए बताएं कि राज्य में इस बीमारी से 50 लाख से अधिक बच्चों को सुरक्षित किया गया है. वहीं 77 लाख से अधिक बच्चों को टीकाकृत किया जाना है.
मिजेल्स एवं रुबेला बीमारी के लक्षण
बता दें कि इस बीमारी के लक्षण को तेज बुखार आना, अत्यधिक खांसी होना, जुकाम, नाक बहना, आंखें लाल होना, शरीर में चकत्ते होना इस बीमारी के लक्षण से पहचाना जा सकता है. साथ ही डाक्टरों का कहना है यह एक संक्रमण बीमारी के रुप में भी कही जा सकती है, इसे फैलने वाली बीमारी भी कह सकते है. बीमारी की चपेट में आने वाले मासूमों की जान बचाने के लिए टीकाकरण के लिए बिशेष प्रवाधान किया गया है. इस बीमारी से बच्चा शारीरिक, मानसिक रूप से कमजोर होने के साथ उनकी मृत्यु भी हो सकती है.