रायपुर। विधानसभा में आज भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और विधायक किरण सिंहदेव ने प्रश्नकाल में बस्तर संभाग में उद्योगों से मिले सीएसआर मद की राशि का मामला उठाया. उन्होंने कहा, सीएसआर मद से 21 करोड़ की राशि की जानकारी आई है. इसमें 7 करोड़ 44 लाख की राशि किस मद में खर्च हुई? किन-किन कामों में खर्च हुई है? वहीं नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने इस मामले की जांच कराने की मांग उठाई.

किरण सिंहदेव के सवाल का जवाब देते हुए उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने कहा, विस्तृत उत्तर दिया गया है कि किन-किन मदों में खर्च हुआ है. किरण सिंहदेव ने कहा, पिछले दो सालों में इस मद से कलेक्टर की ओर से बस्तर जिले में कोई राशि नहीं दी गई है. मेरी ओर से अनुमोदित विकास कार्यों पर भी सहमति नहीं दी गई है. प्रावधानित राशि में भी कटौती की गई है. उद्योग मंत्री ने कहा, सदस्य का एक प्रस्ताव स्वीकृत हुआ है, 17 काम स्वीकृत होना बाकी है, आगे और काम स्वीकृत करेंगे.

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा, सीएसआर मद का कितना प्रतिशत देना जरूरी है. इस पर उद्योग मंत्री लखनलाल ने कहा, तीन साल के अनुपात में 2 प्रतिशत की राशि आय का सीएसआर मद में खर्च किया जाता है. डॉ. चरणदास महंत ने कहा, अभी सीएसआर मद में कितना दिया जा रहा है और भूपेश बघेल सरकार में कितना दिया जाता था, इसकी जांच करवा लें.

उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने बताया कि बस्तर संभाग में संचालित उद्योगों से वर्ष 2022 से 20 जून 2025 तक कुल 104.71 करोड़ की राशि सीएसआर (कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व) मद में प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 135 के तहत निर्धारित मापदंडों के अनुसार, जिन कंपनियों की नेटवर्थ ₹500 करोड़ या अधिक, सालाना टर्नओवर ₹1000 करोड़ या अधिक अथवा शुद्ध लाभ ₹5 करोड़ या अधिक है, वे अपने पिछले तीन वर्षों के औसत शुद्ध लाभ का कम से कम 2% सीएसआर मद में व्यय करने के लिए बाध्य हैं। बस्तर संभाग के जिले सुकमा, कांकेर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, कोण्डागांव, बीजापुर और बस्तर से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में कुल ₹104.71 करोड़ की राशि सीएसआर के रूप में एकत्र हुई।

जगदलपुर क्षेत्र में 10.46 करोड़ से 89 कार्य स्वीकृत

मंत्री लखनलाल देवांगन ने बताया कि जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र में इस मद से ₹10.46 करोड़ खर्च कर 89 कार्य स्वीकृत किए गए हैं। इनमें से 65 कार्य पूर्ण हो चुके हैं, जबकि 24 कार्य अभी अधूरे हैं। बजट की कमी के कारण कुछ कार्य स्वीकृत नहीं हो सके हैं। सीएसआर मद में प्राप्त राशि का व्यय किन-किन कार्यों में किया जाएगा, यह कंपनी अधिनियम के मापदंडों के तहत निर्धारित प्रक्रिया और संबंधित अनुशंसा के अनुसार किया जाता है।