नाशिर हाकिम, महासमुन्द. तुमगांव थानाक्षेत्र के समोदा मार्ग अछोला महानदी बैराज के पास एक व्यक्ति मृत अवस्था मिला था. जिसकी सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस ने मौके पर आकर शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. लावारिस हालत में पड़े शव के शरीर में कई चोट के निशान मिले थे. जिससे उसकी हत्या की आशंका जाहिर हुई. मामले को दर्ज कर पुलिस घटना की सिलसिले बार जानकारी में जुट गई. वहीं मृतक की पहचान केशव दास मानिकपुरी पिता गानुदास मानिकपुरी उग्र 40 वर्ष जो कि ग्राम अमोदी थाना आरंग जिला रायपुर का रहने वाला था. क्राइम ब्रांच की टीम ने घटना की तह तक जाने के बाद आरोपी चम्मन जांगडे को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
घटना को अंजाम देने से पहले दोनों ने पिया था शराब
पुलिस के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबकि 23 नवंबर की रात्रि में दोनों ने शराब की भट्टी में शराब का सेवन किया था. जिसके बाद दोनों के बीच बात को लेकर विवाद की स्थिति बन गई. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 5 बजे मृतक के साथ शराब पीने के लिए ग्राम अछोला आया और 6 बजे शराब लेकर सैकड़ों लोगों के उपस्थिति में शराब भट्टी के पास मृतक के साथ शराब का सेवन किया.
मर्दानगी की बात नागवार गुजरी दोस्त को
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी से जब पूछताछ किया तो उसने बताया कि केशव दास मानिकपुरी ने शराब का सेवन करते समय उसके मर्दानगी पर सवाल उठाते हुए कहा कि तुम्हारी शादी हुए 9 वर्ष हो गए है. अब तक संतान के लिए भटक रहे हो. काफी इलाज कराने के बाद कोई परिणाम नहीं मिल पा रहा तो अपनी पत्नी को मेरे पास भेजों. मृतक ने अपनी मर्दानगी का हवाला देते हुए कहा कि देखों मेरे दो बीबी और तीन बच्चें है. उसने यह बात बार-बार दोहराता रहा. मृतक के द्वारा कही गई यह बात आरोपी के अंदर चुभ गई, उसके अंदर प्रतिसोध की आग भड़क गई. और एकांत जगह पर ले जाकर मौत के घाट उतार दिया.
काईम ब्रॉच की 4 टीमों ने 300 लोगों से किया पूछताछ
काईम ब्रॉच ने त्वरित कार्यवाही करते हुये चार टीम बनाई प्रथम टीम का कार्य शराब भट्टी शराब भट्टी के आसपास लगने वाले चखना दुकान शराब के मैनेजर, सुपर वाईजर, गार्ड आदि से पूछताछ करना प्रारंभ था. दूसरी टीम का कार्य ग्राम अगोदी में जाकर मृतक के बारे पूरी जानकारी एकत्र करना था. तीसरी टीम का कार्य मृतक के परिवार से मील कर उन लोगों के बारे में जानकारी एकत्र करना था .जो संभावित रूप पूर्व की दुश्मनी की स्थिति मृतक की हत्या कर सकते थे चौथी टीम का. कार्य उन सारे संभावित लोगों के बारे में जानकारी एकत्र करना जो अंतिम समय मृतक के साथ देखे गये थे इस प्रकार काईम ब्रॉच टीम ने 300 लोगों पूछताछ किया तो अंतिम कड़ी संदिग्ध चग्गन जांगडे पर आकर टीक गई काईम ब्रांच के टीम ने चमन को पकड़ कर पूछताछ प्रारंभ किया तो उसने एक ऐसी थ्योरी बताई जिस पर असानी से भरोसा किया जा सकता था.
पेशे से शिक्षक था आरोपी
पुलिस के द्वारा की गई पूछताछ पर आरोपी चम्मन दास मानिकपुरी डबल एमए है पढ़ा लिखा है. साथ ही प्राईवेट स्कूल में पढ़ाने का कार्य करता है. सरकारी नौकरी के लिए पूर्व में उसने कई प्रयास किये इस प्रकार वह पढ़ा लिखा समझदार प्रतीत हो रहा था. परन्तु उसके शराब सेवन के लत के कारण पता नहीं चल पा रहा था. काईम ब्रॉच की टीम ने जब उनके मित्रों से पूछताछ किया तो ज्ञात हुआ की उसकी शादी करीब 09 वर्ष पूर्व हो चुकी है.
सिर पर पत्थर मार कर उतार मौत के घाट
क्राइम ब्रांच की टीम के द्वारा की गई पूछताछ में बताया किउसने बताया की मृतक केशव दास मानिकपुरी की केशव के इस बात ने चम्मन जांगडे को अन्दर तक हिला दिया. उसने महानही बैराज के पास मृतक केशव दास मानिकपुरी को मेनरोड में स्थित राजेश के चखना दुकान के पास जाकर धक्का देकर वहीं पर पड़े बांस के डंडे से केशव के सिर के पैरों पर मारा. जिससे केशव अचेत हो कर गिर गया. फिर उसे घसीटते हुये पार के नीचे ले गया फिर वही पर रखे बड़े से पत्थर से उसके सिर पर वार किया जिससे उसकी मृत्यु हो गई.
वहां पर अत्यधिक अंधेरा होने से किसी को इस बात का पता नहीं चल सका.और चम्मन पुनः शराब भट्टी के पास जाकर मृतक के कही. चले जाने और उसे दुढने का नाटक किया. फोन से सूचना देकर लोगों से पूछताछ कर मृतक को बुढने लगा इस प्रकार उसने एक कहानी तैयार की थी. जिसमें मृतक के कही चले जाने और 30 मिनट उसे ढूंढने का नाटक शामिल था. काईम ब्रांच की टीम ने इस नाटक का पर्दाफाश करते हुये हत्या की इस गुत्थी का 36 घण्टे के अन्दर खुलासा किया है. हत्या में प्रयुक्त मोटर सायकले कमांक सीजी 04 एल.डब्ल्यू/2095, बांस का डंडा, से सिर पर वार किया गया पत्थर, घटना के समय चम्मन के द्वारा पहने हुये कपड़े जप्त कर लिया गया है.