रमेश सिन्हा,पिथौरा. भोले भाले बेरोजगारों को नौकरी लगाने के नाम पर लाखों की ठगी का मामला प्रकाश में आया है. जहां एक पिता-पुत्र द्वारा बेरोजगारों से नौकरी के नाम पर 16 लाख की ठगी की गई. वही मामले की शिकायत एसपी से किये जाने के बाद भी अब तक पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है. शिकायत को लगभग 25 दिन बीत चुके है, इसके बावजूद पुलिस के हाथ खाली है. आरोपी आज भी खुलेआम घूम रहे है. पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं करने से पीड़ितों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. जिसके बाद पीड़ितो ने आज आईजी सहित डीजीपी को मामले की शिकायत करते हुए कार्यवाही की मांग की है.
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम मोहगांव निवासी बलिराम मटारी ने आईजी सहित डीजीपी को एक लिखिल शिकायत की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि वह अपने करीबी रिश्तेदार रंकमणी के घर ग्राम सलडीह गया हुआ था. जहां पर रंकमणि के पुत्र सब्यसाची ने उसे कहा कि मंत्रालय में उसकी ऊंची पहुंच है. वह किसी की भी नौकरी लगा सकता है. रुक्मणी के पुत्र के द्वारा उसे यह भरोसा दिलाया गया कि उसने कई लोगों की पहले भी नौकरी लगवाई है. जब बलिराम ने कहा कि मेरे पुत्र ने तो कोई नौकरी के लिए आवेदन भी दाखिल नहीं किया है फिर कैसे नौकरी लगेगी, तो उसने पैसे में नौकरी लगने की बात करते हुए बलिराम से कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर उसके पुत्र की नौकरी के लिए 1 लाख 70 हजार रूपये की मांग की. जिसके बाद ढ़ेढ़ लाख रूपये में नौकरी लगाना तय हुआ. बाद में बलिराम ने सराईपाली के ग्राम पुडागढ़ के अपने करीबी रिश्तेदार से पैसे लेकर रंकमणि को नौकरी के लिए दे दिये.साल 2016 में दिए गए उक्त राशि प्राप्त करने के बाद अभी तक बलिराम के पुत्र की नौकरी नहीं लगी है. इस बीच बलिराम ने कई बाद आरोपी बाप बेटो से नौकरी के नाम पर दिये गये ढ़ेढ़ लाख रूपये वापिस दिलाने की मांग की लेकिन इन दोनों बाप बेटो ने एक रूपये भी वापिस नहीं किया जिसके बाद बलिराम आपने आप को ठगा महसूस करने लगा और फिर इस बात कि शिकायत बालीराम ने पुलिस अधीक्षक से की. लेकिन उसके बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं की गई. तो अब पीड़ितो ने इस मामले की शिकायत आईजी और एसपी से की है.
बलिराम द्वारा प्रस्तुत किये गये शिकायत पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि उसे पता चला है कि इन पिता-पुत्र ने उसके अलावा ग्राम सलडीह के सुखदेव पंडा से 1.20 लाख, बारडोली के बंशीधर पटेल से 1.90 लाख, बरिकपली दुलामणि साहू से 2.50 लाख, सलडीह रमेश साहू से 1.50 लाख, खेमड़ा के नारायण यादव से 1.80 लाख, पन्धी के गजानन भोई से 2.80 लाख एवं पन्धी के ही गणेशराम यादव से 2.70 लाख यानि कुल मिलाकर 15.80 लाख रुपये की है.