आशुतोष तिवारी, रीवा। पुलिस ने एक अंधेकत्ल का चौंका देने वाला खुलासा किया है। एक सप्ताह पूर्व जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बेढ़ौआ गांव में स्थित प्राचीन फूलमती माता मंदिर में देवी प्रतिमा के नीचे एक युवक का शव दंडवत स्थित में पड़ा मिला था। शव की गर्दन काटी और एक कुल्हाड़ी युवक के सिर के पास पड़ी हुई थी। दिल को दहला देने वाली घटना से क्षेत्र में सनसनी फैली हुई थी। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया था।

मामले की जांच में जुटी पुलिस ने घटना के दूसरे दिन ही मृतक की पहचान क्योंटी निवासी दिव्यांश कोल उम्र 18 वर्ष के रूप में की थी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि युवक दिव्यांश को घटना से पहले गांव के ही रहने वाले रामपाल प्रजापति के साथ देखा गया था। इस आधार पर जब पुलिस ने रामलाल को पकड़कर पूछताछ की तो ऐसा चौंकाने वाला सच सामने आया जिसे पुलिस भी हैरान रह गई।जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बेढौआ का है। यहां बेटे की चाहत में एक व्यक्ति ने मंदिर में मन्नत मांगी और मन्नत पूरी होने पर नर बलि देने का प्रण किया।

उस व्यक्ति की मन्नत पूरी हुई और उसने अपने प्रण को पूरा करने के लिए एक इंसान की बलि दे डाली। पुलिस ने अंधविश्वास के इस खेल में बलि के रूप में की गई हत्या का एक बेहद ही चौंका देने वाला खुलासा किया। बलि चढ़ाने वाले व्यक्ति को हत्या के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक युवक की हत्या करने वाला शख्स तीन बेटियों का पिता था। उसने बेटे के लिए मंदिर में मन्नत मांगी थी और जब युवक की मन्नत पूरी हुई तो युवक ने मंदिर में युवक को ले जाकर कुल्हाड़ी से उसकी गला काटकर बलि चढ़ा दी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया था। जानकारी नवनीत भसीन, पुलिस अधीक्षक ने दी।

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