रवि गोयल, सक्ती। सक्ती के ग्राम पंचायत डूमरपारा में डोलोमाईट खदान खोलने के प्रस्ताव पर ग्रामीण उग्र हो गए. जनसुनवाई को लेकर ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए, अधिकारियों ने पंच, सरपंच और ग्रामीणों के पहुंचने से पहले ही जनसुनवाई पूरी कर ली और मौके से निकल गए. इससे नाराज ग्रामीणों ने अधिकारियों के काफिले को रास्ते में रोककर नारेबाजी शुरू कर दी. ग्रामीणों ने अधिकारियों पर माइंस संचालक के साथ मिलकर जबरन गांव में माइंस खोलने का आरोप लगाया है. घंटों चले बवाल के बाद ग्रामीणों को अधिकारियों से आश्वासन मिला कि फिर से जनसुनवाई की जाएगी। इस पूरे मामले में जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा हो गया है.

अधिकारियों पर गंभीर आरोप

सक्ती के ग्राम पंचायत डूमरपारा में शुभ मिनरल्स संचालक प्रतिश कुमार गोयल द्वारा डोलोमाइट पत्थर खदान खोलने की अनुमति मांगी गई थी. आज 11 बजे जनसुनवाई रखी गई थी, लेकिन सरपंच और सचिव के पहुंचने में देरी होने पर अधिकारियों ने उनके बिना ही जनसुनवाई पूरी कर ली और निकल गए. रास्ते में पंच, सरपंच और ग्रामीणों का अधिकारियों से सामना हो गया. पंच, सरपंच और ग्रामीणों ने अधिकारियों से उनका पक्ष सुनने की अपील की, मगर अधिकारी ने सुनने से इंकार कर दिया. इसके बाद पंच, सरपंच और ग्रामीण भड़क उठे और अधिकारियों का काफिला रोककर नारेबाजी शुरू कर दी. ग्रामीणों ने अधिकारियों पर खदान संचालक से मिलीभगत का आरोप लगाया है, जबकि अधिकारी पूरे मामले में गोलमोल जवाब दे रहे हैं. फिलहाल ग्रामीणों को अधिकारियों से पुनः जनसुनवाई का आश्वासन मिला है, जिसके बाद माहौल शांत हुआ है.

षड्यंत्र के तहत गांव से 5 किलोमीटर दूर बीच जंगल में की गई जनसुनवाई

गांव के जनप्रतिनिधि और ग्रामीणों ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पूरे मामले में षड्यंत्र के तहत जनसुनवाई गांव से 5 किलोमीटर दूर बीच जंगल में रखी गई ताकि ज्यादा ग्रामीण मौके पर न पहुंच सके और शांति पूर्वक उनका काम हो जाए. मगर यहां तो गांव के पंच, सरपंच तक के आने का इंतजार नहीं किया गया. पूरे मामले में अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया जा रहा है.

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