बस्तर. जिला पंचायत में सहायक शिक्षक पंचायत से शिक्षक पंचायत में हुए गलत तरीके से पदोन्नति आदेश अब तूल पकड़ लिया है. विगत दिवस मुख्य सचिव अजय सिंह के साथ हुए शिक्षक पंचायत संवर्गो के विभिन्न संघो के बैठक में शिक्षक पंचायत/ननि एम्पलाइज एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष कृष्ण कुमार नवरंग ने बस्तर पदोन्नति में हुए व्यापक गड़बड़ी की शिकायत की.

उन्होंने मुख्य सचिव छग शासन को बताया कि बस्तर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने पदोन्नति नियम के विपरीत जाकर सहा.शिक्षक से शिक्षक पंचायत में पदोन्नति किया है. उनके द्वारा पदोन्नति के अनारक्षित बिंदु में पर्याप्त वरिष्ठता और योग्यता के बावजूद आरक्षित वर्गों के सहायक शिक्षक पंचायत को पदोन्नति नहीं दिया है. जिसके कारण कई योग्य लोगों को पदोन्नति नहीं मिल पाई है.

ज्ञात हो कि जिला पंचायत द्वारा नियम विपरीत कार्य करने के कारण सामान्य वर्ग के लोगों को 52% आरक्षण मिल गया है. जबकि सामान्य वर्गो को आरक्षण का प्रावधान ही नहीं है और जो संविधानिक प्रावधानों का उल्लंघन है, साथ ही अंग्रेजी विषय में विषय विरुद्ध हिंदी, वाणिज्य वाले योग्यता धरियो को पदोन्नति दे दिया गया.

जिसकी शिकायत के बाद मुख्य सचिव के द्वारा संचालक तोरन प्रकाश सिंहा द्वारा अपने आदेश दिनाँक 21/3/18 को CEO बस्तर को आदेशित करते हुए पदोन्नति सम्बन्धी सभी कार्रवाई का प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा है.

शासन के इस आदेश के लिए मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव, पंचायत संचालक का संघ की ओर से प्रांताध्यक्ष कृष्ण कुमार नवरंग, उप प्रांताध्यक्ष एम.के.राणा और प्रांतीय प्रभारी एससी प्रकोष्ठ राधेश्याम टण्डन ने आभार व्यक्त किया है. साथ ही जल्द ही आरक्षित वर्गों के लोगों को न्याय दिए जाने का भरोसा जताया है.

फिर भी संघ ने तय किया है की जब तक गलत और मनमानी सूची निरस्त कर नियमानुसार नई सूची जारी नहीं की जाती है. तब तक बस्तर जिला ईकाई द्वारा 11 अप्रैल से लगातार अनिश्चित कालीन आंदोलन जारी रखा जायेगा, जिसकी तैयारी जोरों पर है.इस बात की जानकारी शिक्षक पँचायत/ननि एम्पलाइज एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष कृष्ण कुमार नवरंग ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए दी है.