रायपुर. साल का अंतिम चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को शाम 5.32 से शुरू होकर 6.18 तक रहेगा. इस दौरान कई राशियों पर ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव भी पड़ेगा, जिससे बचाव के लिए चंद्रमा से संबंधित 4 विशेष वस्तुओं के दान से आप दुष्प्रभाव को कम कर सकते हैं. पंडित अशोक शर्मा रायपुर और पंडित बद्रीनारायण डोंगरे के मुताबिक चंद्र ग्रहण में इन चार वस्तुओं का दान करने से नुकसान नहीं होता.

पहला है चावल का दान
चावल को अक्षत भी कहा गया है, जिसका संबंध चंद्रमा से होता है. शुभ कार्यों से पहले सदैव अक्षत का प्रयोग किया जाता है. ग्रहण के बाद चावल का दान करने से घर में धन, सुख समृद्धि में किसी तरह की कमी नहीं आती है.


दूसरा है शक्कर का दान
शक्कर के दान से ईष्ट देवी-देवताओं के आशीर्वाद की प्राप्ति होती है.

तीसरा है दूध का दान
चंद्रग्रहण के बाद दूध का दान करने से माता लक्ष्मी और भगवान नारायण का आशीर्वाद प्राप्त होता है. शास्त्रों के अनुसार दूध का विशेष महत्व चंद्रमा के साथ माना गया है.


चौथा है चांदी का दान
चांदी का दान बहुत विशेष ही शुभ होता है. इससे मनुष्य की कुशाग्र बुद्धि एवं धन-वैभव से सम्पन्नता का आशीर्वाद प्राप्त होती है.

चंद्र ग्रहण का समय
भारतीय समय के अनुसार दोपहर 02: 41 बजे से सायं 06:18 मिनट तक रहेगा.
भारत में दिखने का समय: सायं 05: &2 मिनट से सायं 06:18 मिनट तक ही नजर आएगा.
सूतक काल: सूतक काल 8 नवंबर को प्रात: 8 बजकर 20 मिनट से आरंभ होगा.

इस राशि में लगेगा चंद्र ग्रहण
साल का अंतिम चंद्र ग्रहण मेष राशि में लगेगा.

इन राशियों को करेगा प्रभावित
साल का अंतिम चंद्र ग्रहण वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला और वृश्चिक राशि को नकारात्मक रूप से अधिक प्रभावित करेगा. इन राशि के जातकों के स्वास्थ्य, आर्थिक स्थिति, करियर और व्यापार आदि मामलों में समस्याएं उत्पन्न हो सकती है इसीलिए इन राशि के जातकों को सावधान रहने की आवश्यकता है.

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