रायपुर. श्री गणेश विनायक आई हॉस्पिटल में 4 साल के बच्चे का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया, जिसमें बच्चे की आंख व नाक के हड्डी के बीच में फंसा 4.5 सेंटीमीटर का लकड़ी का टुकड़ा निकाला गया है.
छोटी छोटी गलतियों से हो सकता है बड़ा नुकसान. खेल-कूद के दौरान भी बच्चों पर निगरानी है जरूरी. श्री गणेश विनायक आई हॉस्पिटल में हुआ 4 साल के बच्चे का सफलतापूर्वक ऑपरेशन, निकाला गया. आंख व नाक के हड्डी के बीच में फंसा 4.5 सेंटीमीटर का लकड़ी का टुकड़ा.
वहीं दूसरे बच्चे को आई थी गुलाल खेलते वक़्त आंख में चोट व चूने से भी हुआ था एक और 3 साल के बच्चे को नुकसान. एक माह के अंदर किया गए तीन बच्चों के सफल पेचीदा ऑपरेशन. चाम्पा से आया 4 साल का बच्चा नाम – अंश देवांगन, घर में लकड़ी से खेल रहा था. मां गृह कार्यों में उलझी हुई थी. अचानक बच्चे के रोते हुए शिकायत करने पर समझ आया की बच्चे को उस लकड़ी के टुकड़े से आघात पंहुचा है. नजदीक अस्पताल में दिखाया गया और वहां से उससे श्री गणेश विनायक आई हॉस्पिटल बेहतर इलाज के लिए तुरंत भेजा गया. बच्चे काफी डरा हुआ व दर्द में था. श्री गणेश विनायक आई हॉस्पिटल की एक्सपर्ट टीम ने बिना समय गवाए सफल सर्जरी करी और अब बच्चा पुरी तरह ठीक है.
श्री गणेश विनायक आई हॉस्पिटल के डायरेक्टर, डॉक्टर चारुदत्त कलमकर ने बताया की बच्चों को खेल खेलने से पहले ही सावधान करे की किस प्रकार नादानी में उन्हें नुकसान पहुंच सकता है. नुकीले व तेज धार वाले चीजों से खेलने की अनुमति न दें और अगर देनी पड़े भी तो ध्यान दें की वो उससे किस प्रकार खेल रहा है. कभी – कभी एक छोटी सी गलती की सजा काफी बड़ी हो सकती है .
बच्चे के पिता नाम – शिव देवांगन जी का कहना है ” मैं काफी डर गया था जब लकड़ी का टुकड़ा आँख में फांसा देखा. एक बार को सोचा था की अगर ठीक उपचार न मिला तो दूसरे राज्य तक अपने बच्चे को लेकर जाउंगा और किसी भी तरह आँख ठीक करवाऊंगा. यदि इस छोटी सी उम्र में उसे कुछ आँख में हो जाता है तो आगे उसकी जिंदगी ख़राब हो सकते थी पर धन्यवाद् श्री गणेश विनायक आई हॉस्पिटल के बेहतरीन विशेषज्ञो व टीम का जिन्होंने हमारे डर को समझा और हमे हिम्मत देते हुए बड़ी कुशलता के साथ इस ऑपरेशन को अंजाम दिया .
श्री गणेश विनायक आई हॉस्पिटल छत्तीसगढ़ का सबसे प्रतिष्ठित आई हॉस्पिटल जहां गत 4 महीनों में सफलतापूर्वक 30 कॉर्नियल प्रत्यारोपण ऑपरेशन किये जा चुके हैं. यह एक बहुत बड़ा आंकड़ा है जो अपने आप में साबित करता है कि यहाँ की शल्यचिकित्सा और पोस्ट सर्जिकल देखभाल बेजोड़ है. हॉस्पिटल, आई केयर और आई सर्जरी के लिए सबसे अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. यहां नेत्र विशेषज्ञों की युवा टीम सक्षम और उत्साही है.