ठाणे। ठाणे में दिल को दहला देने वाली एक घटना सामने आई है जहां एक व्यक्ति को पेड़ पर उल्टा लटका कर बेरहमी से तब तक पीटा गया जब तक उसकी मौत नहीं हो गई. शर्मसार करने वाली इस घटना का सबसे दुखद पहलू यह था कि जिस वक्त इस घटना को अंजाम दिया जा रहा था उस वक्त वहां दो पुलिस कर्मी भी खड़े थे, जिन्होंने उसे बचाने की कोई भी कोशिश नहीं की बल्कि वे उसकी मौत का तमाशा देखते खड़े थे.
बताया जा रहा है कि बेरहमी से जिस शख्स को कत्ल किया जा रहा था वह मानसिक रुप से अस्वस्थ था. वह शख्स चीखता रहा, लेकिन न तो दरिंदों पर उसका कोई असर हुआ और न ही वहां जमा तमाशाई भीड़ पर, कहा जा रहा है कि उसे तब तक पीटा गया जब तक वह चीखते रहा. जैसे ही उसके जिस्म ने हरकत करना बंद कर दी उसकी मौत हो गई उसके बाद ही उसे पीटना बंद किया गया. जिस दौरान यह अमानवीय हिंसा की जा रही थी उस दौरान वहां 100 से भी ज्यादा लोग इकट्ठा हो गए थे.
पुलिस ने इस मामले में 3 युवकों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों का नाम अमित पाटिल, सागर पाटिल और बलराम फुराद है. वहीं चुपचाप तमाशा देखने वाले दोनों पुलिस कान्सटेबलों एचएन गरुड़ और एसवी कंचावे को निलंबित कर दिया गया है. जिस शख्स की हत्या की गई है उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है. पुलिस के अऩुसार मृतक के पास जो दस्तावेज मिले हैं उसके अनुसार वह मानसिक रोग का इलाज करवा रहा ता और वह उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले का रहने वाला था.
स्थानीय लोगों के मुताबिक मृतक शख्स एक ट्रक से उतरा था और उसने दुकानों में तोड़फोड़ शुरु कर दी थी. जिसके बाद वहां लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई और उसकी पेड़ से बांध कर बेरहमी से पीटा गया.