उत्तर प्रदेश के जनपद प्रतापगढ़ में खाकी एक बार फिर शर्मसार हुई है. यहां अंतू थाने में तैनात एक पुलिसकर्मी को युवती के साथ ग्रामीणों ने आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया. जिसके बाद ग्रामीणों ने जमकर सिपाही की पिटाई कर दी. जबकि एक अन्य पुलिसकर्मी मौके साथी को पीटता देख मौके से भाग निकला. वहीं घटना की जानकारी को मिलने पर मौके बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंच गई, जिसके बाद जाकर सिपाही की जान बची.

दरअसल, अंतू थाने में तैनात सिपाही विकास यादव और एक अन्य पुलिसकर्मी बाबूगंज बाजार स्थित मकान में किराए पर रहते हैं. बुधवार दोपहर उनके कमरे में बाजार के करीब स्थित एक गांव की युवती पहुंची. काफी देर बाद भी युवती बाहर नहीं निकली तो शंका होने पर बाजार के युवक और ग्रामीण इकट्ठे हो गए. वे मकान के पीछे से छत के सहारे आंगन तक पहुंच गए. इस दौरान विकास यादव और उसका दूसरा साथी युवती के साथ कमरे में वह आपत्तिजनक अवस्था में मिला. इस दौरान ग्रामीणों ने उसे दबोच लिया और जमकर पीटा.

वहीं लोगों को आता देख दूसरा पुलिसकर्मी मौका पाते ही दूसरा गेट खोलकर भाग गया. जबकि, दूसरा युवती के साथ बाथरूम में छिप गया. लोगों ने जबरन दरवाजा खुलवाया. जहां युवती के साथ सिपाही आपत्तिजनक स्थिति में मिला. इधर, दूसरा साथ भागकर पुलिस को जानकारी दी तो अंतू थाने से भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई. तब जाकर आरक्षी विकास यादव की जान बच सकी. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि आए दिन पुलिसकर्मी युवती को लेकर आता है. कई बार टोकने के बाद भी पुलिसकर्मी नहीं माना और मनमानी पर उतारू था.

मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र को जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया. अपर पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रकरण की जांच की तो आरक्षी विकास यादव की भूमिका संदिग्ध पाई गई. उन्होंने अपनी रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को सौंप दी. अपर पुलिस अधीक्षक की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अधीक्षक ने आरक्षी विकास यादव को निलंबित कर दिया है.