पिथौरा. सांकरा थाना क्षेत्र अंतर्गत परसवानी सोसायटी के धान हेराफेरी के आरोप में जिला जेल में निरूद्ध बंदी धर्मेंद्र प्रधान के साथ जेल के भीतर हुई. मारपीट के मामले में बंदी के परिजनों की शिकायत के बाद पिथौरा न्यायालय ने जेल अधीक्षक से वस्तुस्थिति का प्रतिवेदन मंगाया है.
बताया जा रहा है कि धर्मेंद्र प्रधान को जेल अधिकारियों ने कम्प्यूटर का जानकार होने के कारण आॅफिस ड्यूटी में लगाया था. इसके कारण जेल के भीतर उसे गेट और बैरकों में बेरोकटोक आने जाने की आजादी थी. इस बात का फायदा उठाते हुए कुछ कैदियों द्वारा जेल में प्रतिबंधित वस्तुएं लाने की पेशकश की गई. जिसे धर्मेंद्र ने मना कर दिया. इसी कारण उसके साथ मारपीट की घटना हुई थी. जिसके बाद धर्मेंद्र प्रधान को रविवार देर रात जिला अस्पताल महासमुंद में दाखिल कराया गया था.
घायल के परिजनों का कहना है कि जेल के भीतर कुछ कैदियों द्वारा उसे गेट से गांजा और तंबाकू लाने को कहा गया और जब उसने गांजा और तंबाकू लाने से इंकार किया तो उसके साथ मारपीट की गई. परिजनों की माने तो दीपक नामक युवक द्वारा पहले गांजा और तंबाकू लाने की पेशकश की गई. मना किए जाने पर पहले उसने मारपीट की और बाद में रिजवान और दो अन्य ने पीछे से उस पर हमला कर दिया. जिसके बाद वह बेहोश हो गया.
बन्दी के साथ जेल में हुई मारपीट की घटना की सुचना बन्दी के अधिवक्ता ने न्यायालय में दी थी. जिसके बाद न्यायालय ने जेल अधीक्षक से मामले की रिपोर्ट मांगी है.