चमोली। उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने वाला है। पूरे विधि विधान के साथ कपाट बंद करने की प्रक्रिया शुरु हो गई है। बद्रीनाथ धाम में पंच पूजाओं के चौथे दिन महालक्ष्मी को कढ़ाई भोग लगेगा और नारायण के दरबार से माता लक्ष्मी के लिए बुलावा भेजा जाएगा।
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आपको बता दें कि बद्रीनाथ धाम के कपाट17 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद होने है। ऐसे में लगातार श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। वहीं कपाट बंद होने से पहले मंदिर को गेंदे के फूलों से सजाया जा रहा है। वहीं बद्रीनाथ धाम में अब तक 14 लाख 11 हजार 258 श्रद्धालुओं ने दर्शन कर चुके है।
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उल्लेखनीय है कि गणेश मंदिर के कपाट 13 नवंबर को बंद हो गये थे। इसी क्रम में पंचपूजा के दूसरे दिन केदारेश्वर तथा आदि गुरु शंकराचार्य मंदिर के कपाट बंद हुए। 15 नवंबर को सायंकाल वेद पुस्तकों की पूजा-अर्चना, खडग-पुस्तक पूजा संपन्न होने के बाद तथा वेद ऋचाओं का वाचन बंद हो गया।
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