कोरबा। कोरबा जेल में बंद शिक्षाकर्मियों को अभी भी जेल से रिहा नहीं किया गया है. दरअसल जेलर का कहना है कि उन्हें शिक्षाकर्मियों को रिहा करने का आदेश अब तक नहीं मिला है. अभी कोरबा में शिक्षाकर्मी नेता नित्यानंद यादव, रामायण पात्रे समेत कई शिक्षाकर्मी बंद हैं.
शिक्षाकर्मी नेता बघेल कोरवा ने कहा कि जब सरकार ने सभी शिक्षाकर्मियों को जेल से रिहा करने का आदेश दे दिया है, तो फिर कोरबा में शिक्षाकर्मियों को क्यों रिहा नहीं किया जा रहा है. बघेल कोरवा ने कहा कि वे 1 दिसंबर की महारैली और आंदोलन में शामिल होने के लिए रायपुर आए हुए थे, उन्हें भी 1 दिसंबर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन जब शिक्षाकर्मी नेताओं ने देर रात हड़ताल वापसी का ऐलान कर दिया, तो उन सबको जेल से रिहा कर दिया गया. उन्होंने कहा कि सभी जगह गिरफ्तार शिक्षाकर्मियों को रिहा कर दिया गया है, लेकिन कोरबा में शिक्षाकर्मी अभी भी जेल में बंद हैं. बघेल कोरवा ने तुरंत शिक्षाकर्मियों को रिहा करने की मांग की है.
गौरतलब है कि देर रात डेढ़ बजे शिक्षाकर्मियों ने 15 दिनों से चली आ रही अनिश्चितकालीन हड़ताल को समाप्त करने की घोषणा कर दी. रात में कलेक्टर ओ पी चौधरी और एसपी संजीव शुक्ला शिक्षाकर्मियों के 3 भूमिगत नेताओं के साथ जेल पहुंचे थे. जेल में देर रात तक शिक्षाकर्मियों से बातचीत होती रही. बाद में शिक्षाकर्मी नेताओं ने हड़ताल वापसी की घोषणा कर दी.