चंद्रकांत देवांगन,दुर्ग. विकासखंड के ग्राम निकुम के शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक शाला निकुम में स्कूल के अंदर जिस दिन छत्तीसगढ़ के महामहीम राज्यपाल बलराम दास टण्डन जी के निधन पर शासकीय अवकाश घोषित था. 16 अगस्त के बाद दूसरे दिन एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें स्कूल के अंदर शराब की बोतलें, गिलास और अन्य सामान इस वीडियो में दिखाई गई. वीडियो वायरल होने के बाद गांव से लेकर शिक्षा विभाग में इस घटना को लेकर हड़कंप मच गया. घटना के बाद जब आज स्कूल लगा उस दौरान वीडियो वायरल करने वाले छात्र को बुलाकर प्रिंसिपल ए. के पांडे ने धमकी पूर्वक एक माफीनामा लिखवाया और इसकी शिक़ायत भी पुलिस को कर दी कि छात्र के द्वारा स्कूल को बदनाम करने के उद्देश्य से यह झूठा वीडियो बनाया गया है.

जिसके बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच कर वीडियो वायरल करने वाले छात्र गजेंद्र देशमुख व उसके 2 साथियों को अपनी गाड़ी में बिठा कर थाने ले गयी. जिससे स्थानीय ग्रामीण और छात्र आक्रोशित हो गए. ग्रामीणों और छात्रों ने प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव में हटाने की मांग रखी. इस पूरी घटना के बाद प्राचार्य के खिलाफ एक के बाद एक खुलासे सामने आते गए. छात्राओं द्वारा छेड़खानी जैसे कृत्य की बात भी कही गई. छेड़छाड़ मामले में जिला शिक्षा सहायक अधिकारी रजनी नेल्सन ने पुलिस को एक सप्ताह के भीतर जांच कर रिपोर्ट देने की बात कही है.

छात्र गजेंद्र देशमुख ने बताया कि 16 अगस्त को हम सभी स्कूल आये तो मौनधारण कर स्कूल में मिठाई बांटी गई. इसके बाद इस स्कूल के कुछ शिक्षकों ने स्कूल के कक्षा 9 वी अ में पार्टी मनाया. दूसरे दिन मैं और मेरा दोस्त स्कूल के पीछे से आकर उस कक्षा में पड़े शराब की बोतल, प्लास्टिक गिलास, चिकन मसाला पानी पाउच इस कक्षा में पड़ा देख लिया. जिसका मैने मोबाइल से विडियो बनाया और वायरल कर दिया. मुझे यह गलत लगा इसी लिये मुझे इसे वायरल करना पड़ा.

स्थानीय जनप्रतिनिधियों के कहना था कि यह एक शर्मनाक बात है. जिस दिन हमारे प्रदेश के राज्य पाल के निधन पर पूरा प्रदेश शोक में डूबा तक उसी इस स्कूल में पार्टी मनाया गया. सभी शिक्षकों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए. प्राचार्य की घोर लाफ़रवाही है यह गलत है इसकी हम नींदा करते है. बच्चे को जबरदस्ती दबाव बनाकर उसे अपराधी बनाकार पुलिस की गाड़ी में वो भी यूनीफॉर्म में ले जाया गया. जिसमें पुलिस प्रशासन की भी लाफ़रवाही है.

संत श्री माता ने सहराहना करते हुए कहा कि बच्चों और ग्रामीणों द्वारा यह काम साहसी कार्य है. बहुत ही बधाई के पात्र है, बच्चों को डराने की कोशिश की गई. इसी तरह पूरे प्रदेश में बच्चों में साहसी होना चाहिए. तभी आज के बच्चे निडर और साहसी होंगे. बच्चे देश का भविष्य है जो आज आम लोगों में जागृत किया. शाला प्रबंधन समिति को भी इस ओर जाकर स्कूलों का निरीक्षण करना चाहिए. आसामाजिक तत्व को दूर करने में बच्चों ने मिलकर एक साहसिक निडर का परिचय दिया है.

प्राचार्य ए. के पांडे ने कहा कि हमारे यहां शिक्षा संविलियन के अंतर्गत भोजन की व्यवस्था की गई थी. जिससे मैंने स्टाप के शिक्षक को नोटिस जारी भी किया है. ये वीडियो फर्जी ढंग से बनाया गया इस ग्राम के कुछ लोग मिलकर बच्चों को भड़काने का प्रयास कर रहे है. मैने किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की है. मेरे ऊपर लगाये सारे आरोप गलत है.

देखिए वीडियो…

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