लखनऊ। लखनऊ के ब्राइटलैंड स्कूल में दिल दहलाने वाली घटना हुई है. यहां क्लास वन के एक छात्र को 11 साल की सातवीं क्लास में पढ़ने वाली छात्रा ने चाकू से गोद दिया. वो भी इसलिए कि वो स्कूल में छुट्टी कराना चाहती थी. इस मामले में पुलिस ने स्कूल के प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अस्पताल पहुंचकर घायल बच्चे से मुलाकात की.
आरोपी छात्रा ने बताया कि वो स्कूल में छुट्टी कराना चाहती थी. इसलिए प्रिंसिपल से मिलने के बहाने छात्र को टॉयलेट में ले गई. वहां उसके मुंह में कपड़ा ठूंसकर उसे चाकुओं से गोद दिया. फिर टॉयलेट के अंदर उसे बंद करके बाहर निकल आई. उसी वक्त टॉयलेट के पास से गुजर रहे एक टीचर ने बच्चे की आवाज सुनी और स्कूल के अन्य लोगों को खबर किया. गंभीर रूप से घायल बच्चे को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी जान बच गई और एक और प्रद्युम्न बनने से बच्चा बच गया.
पुलिस ने बच्चे का बयान लिया और उसके आधार पर नाबालिग छात्रा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. फिलहाल छात्रा से बातचीत की जा रही है.
इधर बच्चे ने पुलिस को बताया कि वो दीदी मुझे चाकू मारते हुए वह कह रही थी कि ‘तुम को जान से मार दूंगी. जबतक तुम मरोगे नहीं, स्कूल में छुट्टी कैसे होगी.’
आरोपी छात्रा का ट्रैक रिकॉर्ड बेहद खराब
आरोपी छात्रा का ट्रैक रिकॉर्ड बहुत खराब रहा है. वो अपने घर से भाग चुकी है. वो अपने हाथ की नस भी काट चुकी है. इससे पहले परीक्षा के दौरान कॉपी लेकर घर भी चली गई थी.
बता दें कि गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में सितंबर 2017 में ऐसा ही मामला सामने आया था, जब 7 वर्षीय छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या स्कूल के ही 11वीं के एक छात्र ने कर दी थी. हत्या के पीछे की वजह यही सामने आई थी कि छात्र पैरेंट्स टीचर मीटिंग और एग्जाम टालना चाहता था. जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने पिछले साल 20 दिसंबर को आरोपी छात्र को वयस्क मानकर मुकदमा चलाए जाने का आदेश दिया था. मृतक प्रद्युम्न ठाकुर के पिता वरुण ठाकुर ने कोर्ट से गुहार लगाई थी कि आरोपी को वयस्क मानकर उसके खिलाफ केस चलाया जाए.
इससे पहले इस मामले में गुरुग्राम पुलिस ने स्कूल के बस कंडक्टर अशोक कुमार को मुख्य आरोपी बनाते हुए गिरफ्तार किया था. लेकिन सीबीआई ने अपने हाथ में जांच लेते ही केस को नया मोड़ दे दिया और जुवेनाइल को मुख्य आरोपी बनाया. अशोक के खिलाफ कोई भी सबूत नहीं मिले थे. इस वक्त अशोक जमानत पर रिहा है.