हेमंत शर्मा, रायपुर. आरएसएस के अनुषांगिक संगठन वनवासी कल्याण आश्रम के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे केंद्रीय जनजातीय मंत्री जुएल ओराम ने पत्थलगड़ी मामले पर बयान दिया है. उन्होंने पत्थलगड़ी को लेकर कहा कि पेशा एक्ट के तहत ग्राम सभा तो सर्वोपरि है. लेकिन सरकारी योजनाओं का विरोध देशद्रोह है. कुछ लोग इस मामले को लेकर भोले-भाले लोगों को संविधान के खिलाफ भड़का रहे हैं.

ओराम ने प्रदेश में आदिवासियों  की स्थिति को लेकर कहा कि, छत्तीसगढ़ सरकार आदिवासियों के लिए काम करने में नंबर एक पर है. इसके अलावा जुएल ने एकलव्य और प्रयास स्कूल की भी सराहना की है. सरकार बनाने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चौथी बार भी राज्य में हमारी सरकार बनेगी और डॉ.रमन सिंह ही मुख्यमंत्री होंगे. इसके अतिरिक्त मंत्री ने नक्सलियों के मामले पर कहा कि सरकारी योजना नहीं पहुंचना नक्सली गतिविधियों का बढ़ना कोई संबंध में नहीं है.

आगे केंद्रीय मंत्री ने तल्ख लहजे में कहा है कि पत्थलगड़ी मामले पर बाहर के लोगों को वहां घुसने दिया जा रहा है. यह देश विरोधी है, ऐसा होनी नहीं चाहिेए. जिस तरह का वहां वातावरण है वो सब नक्सली भाषा है. इससे उनका कुछ लाभ नहीं होगा.

बता दें कि आरएसएस की अनुषांगिक संगठन वनवासी कल्याण आश्रम ने  19 और 20 जून को संगोष्ठी का आयोजन किया गया है, जिसमें आदिवासी समाज की अस्मिता पर चर्चा की जाएगी. आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में शिरकत करने आज सुबह आरएसएस प्रमुख मोहन भागवात भी राजधानी पहुंचे थे. उनके अतिरिक्त केंद्रीय सुदर्शन भगत भी इस कार्यक्रम में शिरकत करने रायपुर पहुंचे हुए हैं.

माना जा रहा है कि संघ ने इस कार्यक्रम के माध्यम से आदिवासी समाज को साधने की जिम्मेदारी उठाई है. क्योंकि जिस तरह से सरगुजा संभाग में आदिवासी समज द्वार पत्थलगड़ी का मामला उठ रहा है,उसने राज्य सरकार की परेशानी पिछले कुछ समय से बढ़ रखी है.