पुरुषोत्म पात्रा, गरियाबंद।  वन मंत्री मो. अकबर काम-काज के मामले में जरा भी ढिलाई नहीं बरतते. यही वजह है कि संवेदनशील मामलों में त्वरित एक्शन लेते हैं. ऐसा ही हुआ उदंती अभ्यारण्य क्षेत्र में बड़ी संख्या में जंगल काटने का जब मामला उन तक पहुँचा तो उन्होंने अधिकारियों को जाँच दल बनाकर वहाँ जाने को कहा. मंत्री की सख्ती का असर ये हुआ कि बुधवार को वन अधिकारियों की जाँच टीम मौके पर पहुँची.

ग्रामीणों ने दो महीने पहले उदंती क्षेत्र के कक्ष क्रमांक 1204 के जंगल पूंजीपथरा,गोडेना, हल्दी कछार में हुए अवैध कटाई की शिकायत की. इस मामले में ग्रामीणों का यह भी आरोप था कि वन विभाग के अधिकारियों ने अवैध कटाई करवाई है, वहीं जंगल काटकर पड़ोसी राज्य उड़ीसा के लोगों का यहाँ बसाया गया है. इस में मामले में तब विभाग ने ओड़िसा के 26 लोगों पर कार्यवाही करते हुए उन्हें जेल भेज दिया था. लेकिन100 हेक्टेयर से भी ज्यादा रकबे हुए कटाई की जाँच नहीं की गई. मामले ने जब तुल पकड़ा और शिकायत मंत्री तक पहुँची तो, मंत्री अकबर ने इस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को मौके पर जाकर जाँच करने को कहा.


प्रधान वन सरंक्षक वन्य प्राणी ए के शुक्ला के नेतृत्व में एच. एल.रात्रे, विष्णु रॉज नायर समेत अफसरो की टीम दक्षिण उदंती के प्रभावित इलाके में पहूँची. सुबह 11 बजे टीम अभ्यारण्य पहूँची और शाम ढलने के बाद भी शाम 6 बजे तक टीम जंगलों में मौजूद रही. 15 किमी का पैदल सफर तय कर अफसरों ने जो रिपोर्ट तैयार किया है, उसमे केवल 10 हेक्टेयर जंगल काटने का जिक्र है.

जांच अधिकारी ए के शुक्ला ने बताया कि पूरे मामले की निष्पक्षता के साथ जांच की जा रही है, जो भी दोषी होंगे उन पर कार्यवाही होगी. जिन्होंने अतिक्रमण किया था उनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी. फिलहाल अभी जाँच जारी है. पूरी जाँच होने के बाद ही तथ्य सामने आएँगे.