आर.बी.आई. द्वारा 2000 रुपए के नोट वापस लेने का फैसला किया गया है। इस फैसले के बाद कारोबारियों में खुशी देखी जा रही है।

मध्यम वर्ग के कारोबारियों का कहना है कि आर.बी.आई. के इस फैसले का उन्हें फायदा होगा। अब उधार वापिस करने वाले लोग खुद उन्हें संपर्क कर रहे है, पिछले काफी समय से पेंडिंग पेमेंट का भुगतान करने की बात कह रहे हैं।

2000 rupees notes
ban of 2000 note

उनका कहना है कि इस फैसले में बाद से बाजार में उछाल देखने को मिला है। रुकी हुई पेमेंट वापिस की जा रही है इससे व्यापार को फायदा होगा।

दुकानदारों ने खुशी जताते हुए कहा कि 2000 का नोट बंद होने पर कारोबार की गति बढ़ेगी और दुकानदारों को इससे मुनाफा मिलेगा क्योंकि बड़े बिजनेसमैनों ने और काला धन जमा खोरों ने काफी धन इकट्ठा कर रखा है और 2000 का नोट बंद होने पर वह सारा पैसा बाहर निकलेगा। 

आर.बी.आई. ने 2000 रुपए का नोट 8 नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद जारी किया था और अब इस नोट को वापस लेने का फैसला किया गया है।

लोगों को  30 सितंबर तक 2000 बैंक में जमा करवाने के लिए कहा गया है। आपको बता दें कि लोग एक बार में 20,000 की कीमत तक के नोट ही बदलवा पाएंगे पर खाते में इन्हें जमा करवाने के लिए लिमिट नहीं रखी गई है।

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