लंदन। कोरोना वायरस की वजह से भारत सहित दुनिया के तमाम देशों में लॉकडाउन की स्थिति है. मानवीय गतिविधियों के थम जाने की वजह से पृथ्वी भी कमोबेश शांत हो गई है. कंपन कम होने से भूकंप के झटकों को नापने वाले उपकरण अब ज्यादा सटिक आंकड़े बता रहे हैं.
भूगर्भशास्त्री और बेल्जियम के रॉयल ऑब्जर्वेटरी के सिस्मोलॉजिस्ट थॉमस लिकॉक लॉकडाउन के बाद देश की राजधानी बेल्जियम में 30 से 50 प्रतिशत परिवेशीय भूकंपीय शोर कम महसूस की है. इस तरह से भूकंपीय झटकों को नापने के लिए लगाए गए उपकरण ज्यादा सटिक आंकड़े देने के साथ हल्के झटकों की भी सही जानकारी देने लगे हैं.
इस तरह की प्रवृत्ति लंदन, वाशिंगटन डीसी, लॉसएंजिल्स में भी शोधकर्ताओं को देखने को मिल रही है. लेकिन शहर से दूर इलाकों में आबादी रहित इलाकों में इस तरह का अंतर नजर नहीं आ रहा है. कुल मिलाकर कर सकते हैं कि कोरोना वायरस की वजह से पृथ्वी को थोड़ी शांति मिल रही है.