रवि गोयल, जांजगीर-चांपा. अपहरण की झूठी कहानी बनाने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरपफतार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी महेंद्र शर्मा को बिलासपुर पुलिस की मदद से मोपका क्षेत्र से हिरासत में लिया है. महेंद्र शर्मा अपने पारिवारिक विवाद और रकम उधार चुकाने वालों की तगादा से परेशान होकर अपने अपहरण की साजिश रची थी. इस मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

जांजगीर चांपा जिला के चंदनिया पारा क्षेत्र में रहने वाले महेंद्र शर्मा के अपहरण की सूचना के बाद जांजगीर पुलिस में हड़कंप मच गई थी. सूचना के बाद से ही पुलिस की चार टीम बनाकर आसपास के जिले में नाकेबंदी की गई. साथ ही पुलिस ने युवक का मोबाइल नंबर भी ट्रेस करना शुरू कर दिया. पुलिस के मुताबिक अपहृत महेंद्र शर्मा ने अपने ही मोबाइल से अपनी अपहरण और फिरौती की मांग की जानकारी अपनी पत्नी और परिजनों को दी थी और अपने अकाउंट में फिरौती का पैसा डालने कहा था.

मोबाइल लोकेशन से आरोपी को पकड़ा
मोबाइल लोकेशन में महेंद्र कभी बिलासपुर में तो कभी रायपुर में ट्रेस होने लगा, जिसके कारण जांजगीर पुलिस ने दुर्ग,रायपुर और बिलासपुर की पुलिस से मदद मांगी थी. जांजगीर एसडीओपी चंद्रशेखर परमा ने बताया कि लगातार मॉनिटरिंग और मोबाइल लोकेशन पर निगरानी के आधार पुलिस को कई अहम सुराग मिले. महेंद्र का लोकेशन बिलासपुर मोपका में मिला और पुलिस ने घेराबंदी कर बाइक में सवार युवक को हिरासत में लिया और उसकी पहचान महेंद्र शर्मा के रूप में किया.


आरोपी पत्नी से भी करता था विवाद
पुलिस ने अपहरण के इस मामले में महेंद्र से पूछताछ की, जिसमें महेंद्र ने एम फाइनेंस कंपनी का 80 हजार रुपए जमा नहीं करने पर ग्राहक का खाता होल्ड होने से उसे खोलने पैसे जमा करने और अन्य ग्राहकों को 1 लाख 60 हजार रुपए की गड़बड़ी होना स्वीकार किया और उस राशि को वापस लौटने 2 लाख 30 हजार रुपए की रकम फिरौती में मांगी थी. महेंद्र शर्मा ने बताया कि उसकी पत्नी से भी कहासुनी हो रही थी, जिसके कारण उसे सबक सिखाने के लिए अपहरण की झूठी कहानी बनाई.