नई दिल्ली. दिल्ली में सबसे बड़ी चोरी को सुलझाने में दिल्ली पुलिस के करीब 400 जवान लगे हैं. अभी तक की जांच में चार सौ संदिग्ध मोबाइल नंबर सामने आए हैं, जिनकी पुलिस पड़ताल कर रही है.

बुधवार को करीब 36 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. अब तक पुलिस को वारदात में शामिल अपराधियों के बारे में ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है, जिसके जरिए वह मामले का खुलासा कर सकें. सूत्रों ने बताया कि वारदात में 30 किलो सोने के रत्न जड़ित आभूषण और पांच लाख रुपये नकद चोरी हुए हैं. वारदात की जानकारी मंगलवार सुबह करीब दस बजे हुई है. जिला पुलिस के विभिन्न रैंक के दो सौ पुलिसकर्मियों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल की टीमों के करीब दो सौ सदस्य जांच में जुटे हैं. किसी को अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है.

पुलिस अधिकारी ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है. पुलिस को पांच छह युवकों की धुंधली फुटेज मिली है. इसके अलावा फॉरेंसिंक टीम को बुधवार को 30 नए फिंगर प्रिंट मिले.

मालिक बोले, बरामदगी न हुई तो बर्बाद हो जाएंगे

शोरूम मालिक महावीर जैन बुधवार को बाजार में पहुंचे. वह कहते हैं कि अगर सामान बरामद नहीं हुआ तो वह बर्बाद हो जाएंगे. अभी तक पुलिस को कोई सबूत नहीं मिला है. मथुरा रोड से कुछ ही दूरी पर स्थित उनके शोरूम में चोरी होना कानून एवं व्यवस्था की दुर्बलता को दिखाता है .