रायपुर– भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों पर गाज गिरनी शुरू हो गई है. पिछली सरकार में किए गए गलत कार्यों का कच्चा चिट्ठा अब नई सरकार में खुल रही है. इसी का नतीजा है कि लोग अब खुलकर अधिकारियों के खिलाफ शिकायत कर रहे हैं. रायपुर परिक्षेत्र के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मुख्य अभियंता डॉ एमएल अग्रवाल की भी जांच की गई. जांच में एमएल अग्रवाल पर कई लापरवाही उजागर हुई. निविदा नियमों की अवहेलना कर अपने चहेते ठेकेदारों को काम दिया गया. इस खुलासे के बाद डॉ एमएल अग्रवाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के उप सचिव ने अपने आदेश में कहा है कि डॉ अग्रवाल ने परिक्षेत्र रायपुर के समूह योजनाओं साजा, बेमेतरा एवं नवागढ़ की निविदाओं में नियमों की अवहेलना तथा गंभीर अनियमितता की गई है, जो छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम- 1965 के विपरीत है. छत्तीसगढ़ सिविल सेवा वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील नियम 1966 के तहत निलंबित किया गया है.

निलंबन अवधि में अग्रवाल का मुख्यालय इन्द्रावती भवन अटल नगर किया गया है. गौरतलब है कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्र कुमार ने समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि किसी भी प्रकार की अनियमितता व कर्तव्य के प्रति लापरवाही बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.