सावन का महीना वैसे तो अंतिम पड़ाव पर है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भगवान शिव की पूजा सिर्फ आस्था नहीं, बल्कि अद्भुत शक्तियों की प्राप्ति का भी स्रोत है? खासतौर पर सावन में तो शिव कृपा कई गुना फलदायी मानी जाती है.

पहली शक्ति: इच्छाओं की सिद्धि
भगवान भोलानाथ बिना ज्यादा विधि-विधान के भी प्रसन्न हो जाते हैं. सावन में जलाभिषेक करने से मनचाही इच्छा शीघ्र पूरी होती है.
दूसरी शक्ति: रोग नाशक ऊर्जा
महादेव को वैद्यनाथ भी कहा गया है. उनका ध्यान और जल चढ़ाना मानसिक तनाव, असाध्य रोग और भय से मुक्ति दिलाता है.
तीसरी शक्ति: काल पर नियंत्रण
शिव ही काल के अधिपति हैं. इसलिए इनकी पूजा से अकाल मृत्यु टलती है और जीवन लंबा होता है. रुद्राभिषेक कराने से यह प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है.
चौथी शक्ति: विवाह में सफलता
कुवांरी लड़कियां और विवाह में रुकावट झेल रहे लोग सोमवार का व्रत रखकर शिव-पार्वती की पूजा करें, तो शीघ्र विवाह योग बनते हैं.
पांचवीं शक्ति: आध्यात्मिक जागरण
शिव की उपासना अंतर्मन की शक्ति को जाग्रत करती है. ध्यान, मंत्रजाप और शिव तांडव स्तोत्र का पाठ साधना पथ पर आगे बढ़ाता है.
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