धर्म शास्त्रों के अनुसार पूजा पाठ करना और दिया जलाना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. गोल बाती से कुछ देवताओं की पूजा करना शुभ होता है. जबकि कुछ देवी- देवताओं के सामने भूलकर भी गोल बाती का दीपक न जलाएं वरना आपको दुष्परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं. विधि- विधान से पूजा करने से आप अपनी हर समस्या से निजात पा सकते हैं. मां लक्ष्मी के सामने लंबी बाती का दीप जलाने से धन और भाग्य में वृद्धि होती है. वहीं अमावस्या और पितरों की पूजा करते समय लंबी बाती का दीपक जलाएं. इससे पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. तो आइए जानते हैं गोल बत्ती का दीपक जलाने के नियम.

पितरों के आगे न लगाएं

धार्मिक मान्यता  के अनुसार घर के पितरों के सामने गोल बाती का दीपक नही लगाना चाहिए. इससे पितर रूष्ट हो जाते है और घर के सदस्यों की तरक्की भी रुक जाती है. घर में दरिद्रता का वास होता है. वहीं अमावस्या या अन्य किसी दिन पितरों के लिए दीपक जला रहे हैं, तो लंबी बाती का ही इस्तेमाल करें. Read More – अगहन के गुरुवार : 15 खूबसूरत अल्पना रंगोली डिजाइन से करें मां लक्ष्मी का स्वागत …

इन देवता के सामने लगाएं

धार्मिक मान्यता के अनुसार गोल बाती या फूल बाती से ब्रह्मा जी, इंद्रदेव, शिव जी, विष्णु जी सहित अन्य देवता की पूजा की जाती है. यदि आप किसी मंदिर में इन भगवान से समक्ष गोल बाती का दीपक लगाकर सच्चे मन से अपनी मनोकामना कहते हैं तो आपकी मनोकामना अवश्य पूरी होगी और आपका खजाना धन से हमेशा भरा रहेगा.

माता रानी के सामने लंबी बाती का दीपक

धार्मिक मान्यता के अनुसार नवरात्रि और लक्ष्मी पूजन में गोल बाती का दीपक नहीं जलाना चाहिए. इससे मां लक्ष्मी रूष्ट हो जाती हैं और घर में अलक्ष्मी प्रवेश करती है, जिससे घर में दरिद्रता आती है. परिवारजनों को धन संबंधी समस्याएं बनी रहती है. इसी वजह से माता रानी के सामने हमेशा लंबी बाती का ही दीपक जलाना चाहिए. Read More – ऑलिव कलर के स्विमसूट में Monalisa ने शेयर किया Photo, 41 की उम्र में दिखाई दिलकश अदाएं …

इस तरह से जलाए दीपक

धार्मिक मान्यता के अनुसार  देवी-देवताओं के समक्ष घी और तेल दोनों तरह के दीपक जलाए जाते हैं. आपको बता दें कि भगवान के दाहिने हाथ की तरफ घी का दीपक जलाना चाहिए और भगवान के बाएं हाथ की तरफ तेल का दीपक जलाकर अपनी मनोकामना बतानी चाहिए.

इन पेड़ पौधों के सामने जलाएं

पीपल या फिर बड़ वृक्ष की पूजा करते समय भी गोल बाती ही जलाएं. इसके अलावा तुलसी के पौधे के सामने भी आप गोल बाती का दिया जला सकते हैं.