दुर्ग। दुर्ग नगर निगम में महापौर चुनाव के पहले कांग्रेस की सियासत अपनों में ही उलझ गई है. महापौर प्रत्याशी चयन का विवाद अब दुर्ग से निकलकर राजधानी तक पहुंच गया है. दो दिन पहले असंतुष्ट पार्षदों के साथ राजीव वोरा ने मैराथन बैठककर मामले का पटाक्षेप कर दिया था और आपसी रजामंदी के लिए सभी पार्षदों को लाकर राजधानी के एक होटल में ठहराया गया था.

देर रात तक होटल में दुर्ग के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर, चुनाव प्रभारी धनेन्द्र साहू, पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम, दुर्ग विधायक अरुण वोरा, एआईसीसी डेलीगेट राजीव वोरा, दुर्ग शहर अध्यक्ष आरएन वर्मा उपस्थित थे. बताया जा रहा है कि तीन-चार घंटे तक चली मैराथन बैठक में आरएन वर्मा वरिष्ठ पार्षद को महापौर प्रत्याशी बनाए जाने की पैरवी करते रहे. वहीं राजीव वोरा युवा पार्षद के हाथ में महापौर की कमान सौंपने की बात पर अड़े रहे. सूत्रों के मुताबिक देर रात तक चली बैठक में धीरज बाकलीवाल का नाम तय किया गया. वहीं सभापति के लिए राजेश यादव का नाम फायनल होने की खबर है.

आपको बता दें दुर्ग नगर निगम के 60 वार्डो में 30 सीट पर कांग्रेस , 16 पर भाजपा और 14 सीटों पर निर्दलीय पार्षद चुने गए हैं. यहां पर कांग्रेस को बहुमत के लिए महज 1 पार्षद के समर्थन की आवश्यकता है. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस को बड़ी संख्या में निर्दलीय पार्षदों ने अपना समर्थन दे दिया है.