नई दिल्ली। एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग भी कोरोना का वैक्सीन लगा सकते हैं. इसके लिए कोविन (Co-Win) वेबसाइट में जाकर 28 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है. ऐसा पहली बार होगा जब राज्य सरकार के साथ निजी अस्पताल अपने हिसाब से कोरोना वैक्सीन खरीद सकते हैं. वैक्सीन लगवाने से पहले आपको हम खुले बाजार में उपलब्ध कोरोना वैक्सीन के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं.

कीमत

फिलहाल, सीरम इंस्टीट्यूट के कोविशील्ड के साथ भारत बायोटेक का कोवैक्सीन आम लोगों के लिए उपलब्ध होगा. आने वाले दिनों में विदेशों से आयातित वैक्सीन भी उपलब्ध होगा. सीरम इंस्टीट्यूट ने जहां राज्य सरकारों के लिए कोविशील्ड की कीमत 400 रुपए तो निजी अस्पतालों के लिए 600 रुपए तय कर दी है. वहीं दूसरी ओर भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन की कीमत राज्य सरकारों के लिए 600 रुपए और निजी अस्पतालों के लिए 1200 रुपए तय की है.

बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोगों को सरकारी अस्पतालों के जरिए मुफ्त में कोरोना वैक्सीन लगाने की बात कही है. यह देखना होगा कि कौन की वैक्सीन लोगों के लिए उपलब्ध होगी.

प्रभावी

कोविशील्ड और कोवैक्सीन की आपको दो डोज लेने होंगे. पहले और दूसरे डोज के साथ इसके प्रभाव में बढ़ोतरी होगी. कोविशील्ड की कुल प्रभावशीलता 70 प्रतिशत है, जो एक महीने बाद दूसरा डोज लेने के बाद 90 प्रतिशत तक बढ़ जाती है. वहीं कोवैक्सीन की प्रभावशीलता 78 प्रतिशत आंकी गई है, जो गंभीर कोविड-19 केस में 100 तक प्रभावी हो सकती है.

इसे भी पढ़ें : भोजपुरी अभिनेत्री अक्षरा सिंह समेत 200 लोगों के खिलाफ एफआईआर, जानिए वजह

कब लें दूसरा डोज

कोरोना वैक्सीन लगाते समय इस बात का ध्यान रखना है कि पहला डोज जिस वैक्सीन का लिया है, उसी का दूसरा डोज भी लेना है. इसमें किसी प्रकार का बदलाव नहीं होना चाहिए. अगर आप कोवैक्सीन ले रहे हैं, तो उसका दूसरा डोज चार से छह सप्ताह के बीच लेना है. वहीं कोविशील्ड का पहला डोज लेने के बाद आपको चार से आठ सप्ताह के बीच दूसरा डोज लेना है.

इसे भी पढ़ें : परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद के बेटे का निधन, परिजनों का आरोप, नहीं मिला ऑक्सीजन