कर्ण मिश्रा/अमृतांशी जोशी, ग्वालियर/भोपाल। प्रदेशभर में जूनियर आयुर्वेदिक डॉक्टर्स अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. इसी कड़ी में ग्वालियर और भोपाल समेत कई जिलों में भी जूनियर आयुर्वेदिक डॉक्टर्स ने आज तीसरे दिन विरोध प्रदर्शन किया. भोपाल में डॉक्टर्स ने सरकार को सद्बुद्धि देने हवन किया. जूनियर होम्योपैथिक डॉक्टर्स ने भी हड़ताल शुरू कर दी है. इंटर्न और जूनियर डॉक्टर्स ने काम बंद कर दिया है.
ग्वालियर में जूनियर आयुर्वेद डॉक्टर्स ने फूलबाग चौराहे पर प्रदर्शन किया. जिसके बाद फूलबाग से लक्ष्मीबाई समाधि स्थल होते हुए संभागीय कमिश्नर कार्यालय तक आक्रोश रैली निकाली. बड़ी संख्या में मौजूद डॉक्टर्स ने सरकार से अपील की है कि वह उनकी जायज मांगों को सुन उसे पूरा करें. आयुर्वेद जूनियर डॉक्टर्स की प्रमुख पांच मांगें इस प्रकार हैं.
- आधुनिक चिकित्सा पद्धति के समान उपभोक्ता मूल्य सूचांक (CPI) से जोड़ा जाए.
- हर साल नए पदों का लाया जाए, NRHM के साथ RBSK संविदा कर्मी को असंवैधानिक मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा प्रदत्त 15% (67.5 अंक) बोनस को हटाया जाए.
- स्वतंत्र आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना की जाए.
- जनसंकल्प 2013 के अनुसार सभी कार्य पूर्ण किए जाए.
- आयुष चिकित्सकों को आपातकालीन चिकित्सा का अधिकार दिया जाए.
गौरतलब है कि सरकार और जूनियर आयुर्वेद डॉक्टर्स के बीच बीते कई सालों से इन विषय पर चर्चा जारी रही है, लेकिन अभी तक कोई समाधान सामने नहीं आ सका है. विशेषकर आयुर्वेद डॉक्टर्स को आपातकालीन चिकित्सा की उनकी पांच सूत्रीय मांगों में से सबसे मुख्य है.
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