रीवा. 45 साल के इस दरिंदे थानेदार के द्वारा 15 वर्षीय 9वीं कक्षा की नाबालिग छात्रा से बलात्कार करने का मामला सामने आया है. बाद में थाने में पदस्थ पुलिसकर्मियों की सूचना पर उच्च पुलिस अधिकारियों ने कमबख्त वहशी थानेदार को उसके ही थाने में गिरफ्तार कर लिया. जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो फिर किस पर भरोसा करें. लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी जिस वर्दी की होती है, उसी के दामन पर अब दाग लगे हैं. मामला है प्रदेश के रीवा जिले का जहां एक थानेदार पर नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप लगे हैं. पुलिस ने पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज किया है, थानेदार को अपने ही थाने में गिरफ्तार होना पड़ा. वहीं मामला सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है.

जानकारी के मुताबिक रीवा के मऊगंज थाना प्रभारी पर एक नाबालिग ने दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है. थाना प्रभारी उपनिरीक्षक महेंद्र मिश्रा ने रीवा में रहने वाली 15 वर्षीय किशोरी को कुछ दिन पहले मऊगंज बुलवाया था. जहां एक होटल में लड़की को रोका था, थानेदार भी वही ठहरे हुए थे. पांच दिन तो सब कुछ ठीक चल रहा था. सोमवार की दोपहर उस समय हंगामे की स्थिति निर्मित हो गई जब किशोरी थाने पहुंच गई और दरोगा से शादी करने के लिए बोलने लगी.

स्थिति बिगड़ती देख थाने के स्टाफ ने वरिष्ठ अधिकारियों को घटना से अवगत कराया. पीडि़ता नाबालिग ने आरोप लगाया कि शादी का झांसा देकर तीन दिन पहले महेंद्र मिश्रा ने होटल में गलत काम किया. पीड़ित ने कहा आरोपी थानेदार ने सोमवार को शादी करने का वादा किया था, जब मैंने सोमवार को शादी करने की बात कही तो उसने इनकार कर दिया. पुलिस ने पाक्सो एक्ट में दुष्कर्म का मामला दर्ज कर आरोपी मऊगंज थाना प्रभारी को गिरफ्तार कर लिया है.

आरोपी थानेदार आर्मी से 2014 में रिटायर होकर पुलिस सेवा में आया था. रीवा सिटी कोतवाली में उपनिरीक्षक के तौर पर लंबे समय तक काम करने के बाद कुछ दिन पहले ही उसे मऊगंज थाने में पदस्थ किया गया था. इससे पूर्व आरोपी दरोगा सिटी कोतवाली थाने में पदस्थ थे. जहां एक मामले को विवेचना के दौरान उनकी जान-पहचान आरोपी की बेटी से हो गई और स्थिति यहां तक पहुँच गई.