स्पोर्ट्स डेस्क. भारतीय टीम की गेंदबाजी इन दिनों मजबूत है. एक दौर था जब भारतीय टीम की तेज गेंदबाजी अटैक चर्चा का विषय इसलिए रहती थी. टीम इंडिया के पास तेज गेंदबाजी के लिए ज्यादा ऑप्शन नहीं रहते थे. इन दिनों तो भारतीय टीम के पास इतने तेज गेंदबाज हैं. टीम रोटेशन प्रणाली भी चला रही है. जिससे गेंदबाजों को आराम भी मिल जा रहा है. टीम इंडिया के मौजूदा गेंदबाजों को ज्यादा बोझ भी नहीं झेलना पड़ रहा है.
उस दौर में टीम इंडिया के तेज गेंदबाज रहे प्रवीण कुमार भी अपनी स्विंग के चलते खूब सुर्खियों में रहे. हलांकि पिछले कुछ साल से प्रवीण कुमार टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. लेकिन जिस तरह की स्विंग में इन्हें महारत थी. उससे इन्होंने खूब सुर्खियां बटोरीं, बदलते वक्त के साथ इनके लिए इनकी गेंदबाजी में ज्यादा रफ्तार न होना कमजोर पहूल साबित हो गया. अगर गेंदबाजी में स्विंग के साथ-साथ थोड़ी रफ्तार और होती तो अभी भी इन्हें टीम इंडिया की गेंदबाजी में देखा जा सकता था. बहरहाल अब प्रवीण कुमार ने क्रिकेट के हर फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है. प्रणीण कुमार अब अपनी कंपनी ओनजीसी के लिए बस क्रिकेट खेलते नजर आएंगे.
संन्यास के बाद बोले प्रवीण
अपने संन्यास लेने के फैसले के बाद प्रवीण कुमार ने कहा है कि मुझे कोई पछतावा नहीं है. जब तक खेला दिल से खेला, और दिल से गेंदबाजी भी की, उत्तरप्रदेश में अच्छे गेंदबाज हैं. और मैं नहीं चाहता कि उनका करियर मैं प्रभावित करूं, मैं खेलता रहूंगा, तो एक जगह जाएगी नहीं खेलूंगा तो उस जगह पर किसी नए खिलाड़ी को मौका मिलेगा जो ज्यादा अच्छा होगा. बाकी खिलाड़ियों के भविष्य के बारे में भी सोचना जरूरी है. मेरा समय खत्म हो चुका है ये मैं मान चुका हूं. हलांकि प्रवीण कुमार ने कोच बनने की इच्छा भी जाहिर की है.
टीम इंडिया से प्रवीण कुमार
भारतीय टीम से खेलते हुए 32 साल के हो चुके प्रवीण कुमार ने 6 टेस्ट मैच में 27 विकेट और 68 वनडे मैच में 77 विकेट, और 10 टी-20 मैच में 8 विकेट लेने का कारनामा किया है.