स्पोर्ट्स डेस्क- एशियन गेम्स 2018 में भारतीय जोड़ी ने कमाल कर दिया है, और मेंस डबल्स के फाइनल में शानदार अंदाज में जीत हासिल कर गोल्ड मेडल जीत लिया।
भारत के टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और दिविज शरण की जोड़ी ने ये कमाल किया है, फाइनल में इस भारतीय जोड़ी का मुकाबला कजाख्त्तान के एलेक्जेंडर बुबलिक और डेनिस येअसेयेव से था, जिसे बोपन्ना और दिविज की जोड़ी ने सीधे सेटों में हरा दिया, और फाइनल मुकाबले को 6-3, 6-4 से जीत लिया।
52 मिनट तक चले मुकाबले में बोपन्ना और दिविज की इस जोड़ी ने कमाल किया। मौजूदा एशियन गेम्स में टेनिस के खेल में ये भारत का पहला गोल्ड मेडल है। इससे पहले विमेंस खिलाड़ी अंकिता रैना ने विमेंस सिंगल्स में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर चुकी हैं।
8 साल बाद हुआ कमाल
एशियन गेम्स में टेनिस के मेंस डबल्स में भारत को 8 साल बाद गोल्ड मेडल मिला है। इससे पहले साल 2010 में इंचियोन में हुए एशियन गेम्स में भारत के टेनिस खिलाड़ी सोमदेव देववर्मन और सनम सिंह ने गोल्ड मेडल जीता था। रोहन बोपन्ना ने पहली बार एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता है, तो वहीं दिविज शरण का ये दूसरा मेडल है, इससे पहले दिविज शरण साल 2014 में यूकी भांबरी के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं। भारत साल 1994, 2002, 2006 और 2010 में भी एशियन गेम्स के टेनिस के खेल में मेंस डबल्स में गोल्ड मेडल जीत चुका है।