मेघना साहू भारत की पहली ट्रांसजेंडर कैब चालक बनी हैं. उन्होंने कहा कि शुरू में उन्हें नौकरी पाने में काफी परेशानी हुई लेकिन अब चीजें आसान हो गई हैं.

भुवनेश्वर.  मेघना साहू भारत की पहली ट्रांसजेडर कैब चालक हैं लेकिन इनकी योग्यता जानकर आप हैरान हो जाएंगे. मेघना ने मार्केटिंग एवं ह्यूमन रिसोर्स (एचआर) में एमबीए की पढ़ाई की है. मेघना भुवनेश्वर की रहने वाली हैं. वह कैब सेवा प्रदाता ओला की ड्राइवर बनी हैं.

एक समाचार एजेंसी से बातचीत में 30 वर्षीया मेघना ने बताया कि उन्हें अपने जेंडर को लेकर समाज में काफी भेदभाव का सामना करना पड़ा. योग्यता होने के बावजूद लोग उन्हें नौकरी नहीं देते थे. पुरुषों की तरह समान व्यवहार की चाहत में उन्होंने कई नौकरियां बदलीं.

उन्होंने कहा, ‘मैंने दूसरों की तरह समान अवसर पाने के लिए काफी संघर्ष किया. ट्रांसजेंडर लोगों के लिए नौकरियां, ड्राइविंग/ट्रेनिंग लाइसेंस पाना आसान काम नहीं है. लेकिन सुप्रीम कोर्ट की तरफ से ट्रांसजेंडर को तीसरे जेंडर के रूप में मान्यता मिलने के बाद से चीजें सामान हो गई हैं.’

मेघना का कहना है कि उनकी कैब में यात्रा करते समय महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं. उन्होंने कहा, ‘अपनी जेंडर पहचान के कारण मुझे भी कभी पुरुष यात्रियों से कोई परेशानी नहीं होती है.’ मेघना ने अपने समुदाय के लोगों से अपील की है कि वे बड़ी संख्या में ड्राइविंग को पेशे के रूप में अपनाने के लिए सामने आएं क्योंकि इससे उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी.