एक कांग्रेस नेत्री के खिलाफ थाने में शिकायत करने के पहले परिजनों को घेराव करना पड़ा. जिसके बाद पुलिस घायल का बयान लेने पहुंची. पूरा मामला बठिंदा के हंस नगर गली नंबर 9/1 का है. जहां 18 सितंबर एक परिवार के तीन सदस्यों व पड़ोसी पर जानलेवा हमला किया गया था. इसका आरोप एक कांग्रेसी महिला नेत्री पर है.
जब न्याय नहीं मिला तो परिजनों ने थाना कैनाल का घेराव किया. यहां परिजनों ने थाने के आगे तीन घंटे तक धरना दिया और पुलिस, पंजाब सरकार और हमलावरों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि घटना के 6 दिन बाद भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की. उन्होंने कहा कि पुलिस सत्ताधारी पक्ष के नेताओं के दबाव में आकर कार्रवाई नहीं कर रही है जबकि वो पिछले कई दिनों से थाने के चक्कर काट रहे हैं.
लोगों ने कहा कि हमला करने वाली महिला भी कांग्रेस पार्टी से संबंधित है जो सरेआम धमकी दे रही है कि उनकी सरकार है, उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकती. करीब दो बजे पुलिस की ओर से कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद धरना हटा दिया गया. प्रदर्शनकारियों के समर्थन में आप नेता भी पहुंच चुके थे, जिन्होंने इस वारदात को कांग्रेस नेताओं की गुंडागर्दी बताया.