रायपुर. राजधानी में 70 वर्षीय वृद्धा 47 साल से स्वयं के एरियर्स के लिए भटक रही है. ब्राह्मणपारा रायपुर के महान स्वतंत्रा संग्राम सेनानी स्व. पंकज लाल तिवारी की पुत्र वधु एवं आईपीएस पीएन तिवारी (1991 बैच) की भाई बहु विभा तिवारी सेवानिर्वित प्रधान पाठिका, माधव राव स्प्रे स्कूल द्वारा 1977 में स्वयं के व्यय पर बीएड की. इसके बाद से वो दो वेतनमान के लिए पात्र हुई. 1977 के 30 साल बाद शैल शांडिल्य मैडम (जिला शिक्षा अधिकारी) ने 6 दिसंबर 2007 को दो वेतन वृद्धि का आदेश पारित किया पर आज तक विभा तिवारी को एरियर्स राशि नहीं मिल पाई है.

इस मामले से अंदाजा लगा सकते हैं कि शिक्षा विभाग का सरकारी तंत्र किस तरह हाल बेहाल है. 2007 के आदेश पारित होने के आज 17 साल बाद आज तक विभा तिवारी को एरियर्स की राशि अप्राप्त है. 2012 में एक बार मायाराम सुरजन स्कूल, चौबे कॉलोनी स्कूल के प्राचार्य ओगरे जी ने गणना करवाया परंतु राशि नहीं दी.

विभा तिवारी ने 4.9.2023 को शिक्षा मंत्री को एरियर्स की राशि दिलाने आवेदन दिया था, जिस पर प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला ने तुरंत राशि दिलाने उप संचालक को निर्देशित किया था, जिससे डीपीआई के उप संचालक ने जिला शिक्षा अधिकारी को तत्काल राशि जारी करने निर्देशित किया, लेकिन आज तक यह राशि नहीं मिल पाई है. बड़े खेद के साथ कहा जा सकता है कि 1977 में किया गया स्वयं के व्यय पर बीएड की राशि 47 साल बाद भी अप्राप्त है.

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