दिल्ली. वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के प्रमुख वाई.एस.जगनमोहन रेड्डी की 14 महीने लंबी ‘पदयात्रा’ के समापन पर श्रीकाकुलम जिले के इच्छापुरम शहर में हजारों कार्यकर्ता जमा हुए. करीब 3,648 किमी लंबी यात्रा पूरी करने के बाद विपक्ष के नेता ने अपनी पदयात्रा खत्म की. इसे भारत में किसी नेता द्वारा की गई सबसे लंबी पदयात्रा बताया जा रहा है.

जगन ने छह नवंबर, 2017 को कडपा जिले के अपने गृहनगर इदुपुलापाया से पदयात्रा शुरू की थी. पूर्व चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर को जगन की पदयात्रा के फैसले के पीछे माना जा रहा है.

बता दें कि मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई वाली तेलुगू देशम पार्टी से सत्ता छीनने की कोशिश में जगन के अपने पिता व आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी के नक्शेकदम को दोहराने की उम्मीद है. राजशेखर रेड्डी ने भी इसी तरह की एक पदयात्रा की थी और विभाजन से पूर्व आंध्र प्रदेश में सत्ता हासिल की थी.जगन बाद में दिन में एक जनसभा को संबोधित किया और इस कार्यक्रम के उपलक्ष्य में एक स्तंभ का अनावरण किया. जगन ने अंतिम दिन की यात्रा कोज्जिरिया गांव से पार्टी के सांसदों व विधायकों सहित शीर्ष नेताओं के साथ शुरू की.

युवा नेता के लगातार पदयात्रा को लेकर युवाओं ने ‘रावली जगन’ जैसे नारे लगाएं. अपनी यात्रा के दौरान जगन ने लोगों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया और कुछ लोगों से रुक कर मिले भी. पार्टी को उम्मीद है कि 429 दिन लंबी पदयात्रा से अप्रैल-मई में होने वाले चुनाव में पार्टी को मदद मिलेगी.

पार्टी नेताओं का दावा है कि जगन पदयात्रा के दौरान दो करोड़ लोगों तक पहुंचे, जिसमें 175 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 134 से ज्यादा को कवर किया गया. जगन ने छह नवंबर, 2017 को कडपा जिले के अपने गृहनगर इदुपुलापाया से पदयात्रा शुरू की थी.