वाशिंगटन. अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर अक्‍सर झूठ बोलने के आरोप लगते रहे हैं। अब एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि डोनाल्‍ड ट्रंप अमेरिका के राष्‍ट्रपति बनने के बाद से 8,158 झूठ या गुमराह करने वाले दावे कर चुके हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने अपने कार्यकाल के पहले साल में रोजाना 5.9 झूठ या गुमराह करने वाले दावे किए।

यह रिपोर्ट राष्‍ट्रपति के तौर पर ट्रंप के दो साल पूरे होने के एक दिन बाद आई है। 2016 के राष्‍ट्रपति चुनाव में जीत के बाद ट्रंप ने 20 जनवरी, 2017 को अमेरिकी राष्‍ट्रपति के तौर पर पदभार संभाला था और उन्‍होंने अमेरिकी राष्‍ट्रपति के तौर पर दो साल पूरे कर लिए हैं। ट्रंप के बतौर राष्‍ट्रपति दो साल पूरे होने के बाद ‘वाशिंगटन पोस्ट’ की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप ने अपने कार्यकाल के पहले साल में जहां रोजाना औसतन 6 झूठ बोले, दूसरे साल में इसमें लगभग तीन गुना और बढ़ोतरी करते हुए प्रतिदिन के हिसाब से हर दिन ऐसे 16.5 झूठे दावे किए।

यह रिपोर्ट ‘फैक्ट चेकर’ के आंकड़ों के हवाले से दी गई है, जिसमें राष्ट्रपति के प्रत्येक संदिग्ध बयान का विश्लेषण और वर्गीकरण किया गया। इसके अनुसार, ट्रंप ने अपने दो साल के कार्यकाल के दौरान अब तक 8,158 झूठे या गुमराह करने वाले बयान दिए। इनमें से अकेले 6,000 से अधिक ऐसे दावे दूसरे साल के दौरान किए गए।

रिपोर्ट के अनुसार, राष्‍ट्रपति के तौर पर अपने कार्यकाल के पहले 100 दिनों में राष्‍ट्रपति ने 492 निराधार दावे किए। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि राष्‍ट्रपति ने सबसे ज्यादा 1,433 गुमराह करने वाले दावे आव्रजन को लेकर किए। इस संबंध में करीब 300 झूठे या गुमराह करने वाले दावे पिछले तीन सप्‍तह के दौरान किए गए हैं।

ट्रंप अपनी विदेश नीति और व्‍यापार को लेकर भी झूठ बोल चुके हैं। आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने आव्रजन के बाद सबसे ज्‍यादा झूठ विदेश नीति को लेकर बोला। उन्‍होंने इस संबंध में 900 ऐसे गुमराह करने वाले दावे किए। वहीं इस मामले में व्यापार तीसरी नंबर पर है, जिसे लेकर उन्‍होंने 854 झूठ या गुमराह करने वाले दावे किए।

इसके बाद इस संबंध में अर्थव्यवस्था (790) और रोजगार (755) के मसले पर उनके द्वारा बोला गया झूठ है। ट्रंप कई अन्य मामलों को लेकर भी ऐसे 899 दावे कर चुके हैं, जिसमें मीडिया और उन लोगों पर किया गया हमला है, जिन्‍हें अपना विरोधी कहते रहे हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उनके दो साल के कार्यकाल में केवल 82 दिन यानी करीब 11 प्रतिशत समय ही ऐसा रहा, जब उन्‍हें लेकर कोई दावा दर्ज नहीं किया गया। इनमें से अधिकांश वे दिन थे, जब राष्‍ट्रपति गोल्फ खेलने में व्यस्त रहे।