नई दिल्ली. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण(यूआईडीएआई) ने सुरक्षा संबंधी कारणों से ‘चेहरे की पहचान’ को अनिवार्य कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस नए नियम के तहत आधार के साथ लाइव तस्वीर को प्रमाणीकरण के लिए लिया जाएगा. सुरक्षा से जुड़ा इस पैमाने के साथ-साथ नियमित प्रक्रिया भी चलती रहेगी, जैसे- फिंगरप्रिंट और आई स्कैनिंग.
नए मोबाइल सिम को खरीदने, बैंक अकाउंट खोलने, सार्वजनिक वितरण प्रणाली और सरकारी ऑफिस में उपस्थिति के लिए इस नए फीचर का प्रयोग किया जाएगा. प्राधिकरण ने पहले चेहरा पहचानने का फीचर एक जुलाई से शुरू करने की योजना बनाई थी, जोकि बाद में बढ़कर एक अगस्त हो गई थी.
इस फीचर के तहत अगर कोई व्यक्ति मोबाइल सिम खरीदने आया है तो उसकी अलग से एक तस्वीर ली जाएगी. यूआईडीएआई का कहना है कि इस नए फीचर के लिए जल्द निर्देश जारी किए जाएंगे.
इस फीचर से सिम जारी करने और उसके एक्टिव करने की प्रक्रिया मजबूत हो सकेगी और सुरक्षा संबंधी कई समस्याओं का समाधान हो सकेगा. यह सुविधा पहले दूरसंचार सेवा कंपनियों के साथ 15 सितंबर को शुरू होगी.