शब्बीर अहमद,भोपाल। साइबर क्राइम ब्रांच पुलिस भोपाल की टीम ने सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी अफसर बन बेरोजगारों को ठगने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों ने सेना में भर्ती कराने के नाम पर 1 लाख 49 हजार रुपए की ठगी की थी। गिरफ्तार दोनों आरोपी अनिल कुमार विश्वकर्मा और दौलत सिंह अहिरवार के पास से पुलिस ने 2 मोबाइल फोन, बैंक पासबुक, नगद 80,750 रुपए और ठगी की राशि से खरीदा एक मंगलसू़त्र जब्त किया है।

पुलिस ने बताया कि साइबर क्राइम भोपाल में आवेदक द्वारा शिकायत की गई कि मुझे एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा सेना में भर्ती कराने के नाम 1,49000 रुपए की ठगी की है। आवेदक द्वारा बताया गया कि आरोपी वाट्सऐप पर सेना के जवानों की फोटो दिखा व फोन पर विश्वास दिलाकर और विभिन्न चरणों में उत्तीर्ण कराकर ज्वाइनिंग के नाम पर अलग-अलग बार में राशि ली गई। पैसा लेने के बाद भी सेना की ओर से किसी प्रकार की सूचना न मिलने पर मुझे संदेह हुआ। नौकरी कब लगेगी ऐसा पूछने पर आरोपियों ने और पैसों की मांग की, तब मुझे पता चला कि मेरे साथ ठगी हो गई है। शिकायत की जांच की गई एवं बैंक से प्राप्त जानकारी के आधार पर बैंक खातों के उपयोगकर्ताओं के विरूद्व अपराध 330/2021 धारा 420 भादवि. का पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया।

कई बेरोजगार युवकों को ठगा

मुख्य आरोपी अनिल विश्वकर्मा स्वयं को सेना का अफसर बताकर बेरोजगार नवयुवकों को वाट्सऐप पर संपर्क कर व सेना के जवानों की फोटो भेजकर भर्ती कराने का झांसा देता था। विभिन्न चरणों में पैसा लगने के नाम पर पीडि़त से कई बार राशि की मांग कर विभिन्न खातों में प्राप्त करते थे। दूसरा आरोपी दौलत अहिरवार का काम फेसबुक पर बेरोजगार युवकों की तलाश कर उनके मोबाइल नंबर मुख्य आरोपी का देता था। अभी तक आरोपियों द्वारा कई बेरोजगार युवकों को ठगा जा चुका है।

इस कार्रवाई में पुलिस विभाग के रमन शर्मा, शेषनाथ सिंह, मंयद चौहान, अंकित मिश्रा, अशीष मिश्रा, आदित्य साहू, अंकित सिंह, अशोक शर्मा, रविन्द्र रघुवंशी, निरीक्षक रमन सिंह थाना प्रभारी का सहयोग रहा।

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