रायपुर. यू तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के फैसलों और नीतियों की हर जगह तारिफ होती है, लेकिन राजस्थान के एक कवि सम्पत सिंह शेखावत उर्फ सम्पत सरल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नीति और रणनीति पर तीखा वार किया है. कवि सम्पत सरल अपनी कविता में पीएम मोदी की जमकर खिंचाई की है.

इस वीडियो को देखने के बाद कांग्रेसी कहा पीछे रहने वाले थे, कांग्रेस नेताओं ने बिना देरी किया यह वीडियो वायल कर दिया है, जो सोशल मीडिया में काफी धूम मचा रहा है. सम्पत ने लिखी अपनी कविता में कहा है कि घूमन में  मदमस्त  जुलाहा,   एक  सूत  नहिं  काता. इसके अलावा भी केंद्र सरकार की कई योजनाओं की आलोचना इस कवि ने की है. सम्पत सरल के कई वीडियो इंटरनेट पर पहले से मौजूद हैं, जिनमें वे पीएम मोदी और भारत की राजनीतिक पार्टियों पर तंज कसते हुए नजर आते हैं. अभी जो ताजा वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है.

सम्पत ने लिखा… साधो ठगे गये मतदाता

साधो ठगे गये मतदाता।
घूमन   में  मदमस्त  जुलाहा,   एक  सूत  नहिं  काता।।

आछे दिन के जुमले झांसे, जाल बिछाकर पंछी फांसे।
काला   धन   कबहूं   आएगा,  रीता  जन-धन  खाता।।

हांकत  फेंकत कैसी  कैसी, पाक  चीन  की  ऐसी  तैसी।
अपनी  थोथी  जय  सुन-सुनकर,  हंसती  भारत  माता।।

कसमें   वादे   हवा  हवाई,  सूट  बूट  की  हद  है  भाई।
मन  की  बात  करत  इकतरफा,  बोलत  नहीं  अघाता।।

जनता   चावै   धंधा   रोटी,  आप  लड़ावै  दाढ़ी  चोटी।
उस ज्ञानी की  क्या  कहिए  जो,  घी  से  आग  बुझाता।।

साधो संत बने ब्यौपारी

साधो संत बने ब्यौपारी।
राम  नाम  की  ओढ़  चदरिया,  हाट   सजाई   भारी।।

देख देखकर आवै  हांसी,  गल्ले   पर  बैठे   संन्यासी।
आश्रम  कुटिया  फर्म  हो  गए,  मची  है  मारा   मारी।।

जींस कमीशन आढ़त पैसा, भया नजारा  मंडी  जैसा।
पोडर   मंजन   मिरच  मसाला,  बेच   रहे    तरकारी।।

कांटा बाट बही अरु खाता, गाहक फासैं आता जाता।
उलझ   रहे   क्रेता   विक्रेता,  मार  मार    किलकारी।।

धरम करम का तीया पांचा, ईश्वर मिथ्या धंधा सांचा।
तोप   तमंचे   पांव   पड़त   हैं,   सीस   हाथ   सरकारी।।

ये है नया वायरल वीडियो जो इंटरनेट में धूम मचा रहा है