सुप्रिया पांडेय, रायपुर। धान खरीदी के दौरान इस बार बारदाने की दिक्कत होगी. बारदाना की पूर्ति करना अपने आप में बड़ी चुनौती है. यह बात खाद्य मंत्री अमरजीत सिंह भगत ने मंत्रालय में धान खरीदी को लेकर होने वाली अहम बैठक से पहले मीडिया से चर्चा में कही.

खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि इस बार पहले से ज्यादा धान के आवक की संभावना है, तैयारी भी उसी स्तर का हम कर रहे हैं. इस बार जो दिक्कत होगी वो बरदाने की रहेगी. भारत सरकार से जो बारदाना मिलता था, वो इस बार आधे से भी कम आया है. हर वर्ष हम मांग पत्र भेजते थे, उसके अनुरूप आपूर्ति होती है, इस बार धान का बंपर पैदावार हुआ है, बारदाना नहीं मिलने पर हमने प्रदेश में पुरानी बारदाने के उपयोग की व्यवस्था बनाई है. डीलर्स के पास और पीडीएस में जो बारदाने हैं, उसको इकट्ठा करवा रहे हैं, जो गैप आ रहा है, उसकी भरपाई के लिए हमने एसडीबी (प्लास्टिक के बैग) के लिए टेंडर किया है. आज की बैठक में कहां से कितना कलेक्ट हुआ है, इस पर चर्चा होगी. जो अंतर रहेगा उसके लिए व्यवस्था बनाएंगे,

मंत्री भगत ने वहीं बिचौलियों को लेकर कहा कि हमने प्रशासनिक स्तर पर कह कर रखा है कि दूसरे प्रदेश के लोग भी धान खपाने की कोशिश करेंगे, उसमें सख्ती से कार्रवाई की जाए. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जो धान खरीदी की थी की नीति बनाई थी, वह अपने प्रदेश के किसानों को उसका लाभ देना चाहते हैं, ना कि अन्य प्रदेश को. अन्य प्रदेश के लोगों के धान खपाने से यहां की व्यवस्था बिगड़ेगी, बलरामपुर, गरियाबंद कलेक्टर ने गाड़ी भी पकड़ी है, बाकी लोगों को भी हमने कहा है कि बिचौलियों पर तुरंत कार्रवाई करें.

जेसीसीजे के प्रदर्शन पर बोले मंत्री ने कहा कि धान बेचने के बाद 1 सप्ताह में राशि का भुगतान हो रहा है, अंतर की राशि तीन किश्त हम दे चुके हैं अंतिम किस्त देना बाकी है वह भी हो जाएगा. इतनी अच्छी व्यवस्था मैं सोचता हूं कि कहीं और नहीं है, वहीं तंज कसते हुए कहा कि जिस दिन किसानों के लिए लड़ना था, उस दिन तो कहीं नहीं दिखे. जब सेंट्रल ने मना कर दिया था और जब उनके लिए संघर्ष करने के बाद हो रही थी, जितने भी नेता है चाहे भाजपा के लोग या अन्य दल के नेता हो उन्होंने न तो एक चिट्ठी लिखी, ना ही एक बयान दिया, ना उनके लिए आवाज उठाई. आज जब सब व्यवस्था दुरुस्त कर दिया गया है, तो सब लोग कूद पड़े हैं.