दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक बार फिर जेल से चिठ्ठी लिखी है. शराब घोटाले मामले में तिहाड़ में बंद मनीष सिसोदिया ने कविता के माध्यम से केंद्र सरकार पर तंज कसा है. सिसोदिया के इस लेटर को सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चिट्ठी साझा करते हुए लिखा, ‘जेल से मनीष जी का पत्र’. साझा की गई चिट्ठी में लिखा है कि ‘अगर, हर गरीब को मिली किताब तो, नफरत की आंधी कौन फैलाएगा. सबके हाथों को मिल गया काम, तो सड़कों पर तलवार कौन लहराएगा. अगर पढ़ गया, हर गरीब का बच्चा तो चौथी पास राजा का, राजमहल हिल जाएगा.

अगर, हर गरीब को मिली किताब

तो, नफरत की ओधी कौन फैलाएगा.

सबके हाथों को मिल गया काम,

तो सड़कों पर तलवारें कौन लहराएगा.

अगर पढ़ गया, हर गरीब का बच्चा

तो चौथी पास राजा का, राजमहल हिल जाएगा.

अगर हर किसी को मिल गई अच्छी शिक्षा और समझ,

तो इनका whatsapp का विश्वविद्यालय बंद हो जाएगा.

पढ़े लिखे और समझदारी की बुनियाद पर खड़े समाज को,

कोई कैसे, कौमी नफरत के माया जाल में फंसाएगा.

अगर पढ़ गया एक-एक गरीब का बच्चा

तो चौथी पास राजा का राजमहल हिल जाएगा.

अगर पढ़ गया समाज का हर बच्चा,

तो तुम्हारी चालाकियों और कुनीतियों पे सवाल उठाएगा.

अगर गरीब को मिली कलम की ताकत,

तो वो अपने ‘मन की बात’ सुनाएगा.

अगर पढ़ गया एक एक गरीब का बच्चा,

तो चौथी पास राजा का, राजमहल हिल जाएगा.

दिल्ली और पंजाब के स्कूलों में हो रहा शंखनाद.

पूरे भारत में अच्छे शिक्षा की अलख जगाएगा.

जेल भेजो या फाँसी दे दो, ये कारवां रक नहीं पाएगा,

अगर पढ़ गया हर गरीब का बच्चा, राजमहल तुम्हारा दिन जाएगा.

– मनीष सिसोदिया

जेल से पहले भी लिख चुके हैं लेटर- सिसोदिया

ये कोई पहली दफा नहीं है जब मनीष सिसोदिया ने जेल से चिठ्ठी लिखी हो. इसे पहले भी वो कई दफा पत्र लिख चुके हैं. इसे पहले उन्होंने जेल से लेटर लिखकर पीएम मोदी पर निशाना साधा था. सिसोदिया ने चिठ्ठी लिख कहा था कि देश के प्रधानमंत्री का कम पढ़ा लिखा होना देश के लिए खतरनाक है. उन्होंने कहा था कि भारत की तरक्की के लिए पढ़े लिखे पीएम का होना जरूरी है.